काशी विद्यापीठ प्रशासन ने नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए छह: जिलों के जिला प्रशासन से भी मदद मांगी है। छात्राओं को पहले ही स्वकेन्द्र की सुविधा मिली है जबकि छात्रों को सेंटर अन्य जगह बनाया गया है। परिसर के छात्रों की संख्या लाखों में है इसलिए पहले परीक्षा खत्म होने में ढाई माह से अधिक का समय लग जाता था लेकिन अब व्यवस्था में बदलाव किया गया है। पीजी की परीक्षा में सेमेस्टर सिस्टम लागू है और स्नातक की परीक्षा इस बार डेढ माह में ही खत्म हो जायेगी। स्नातक के तीनों वर्ष की परीक्षा 12 अप्रैल को खत्म होगी। वीसी प्रो.टीएन सिंह ने पहले ही स्पष्ट कर दिया कि जिस सेंटर से परीक्षा की सुचिता से खिलवाड़ होगा। वहां पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
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परीक्षा आरंभ होने के साथ मूल्यांकन शुरू करने की तैयारी
काशी विद्यापीठ प्रशासन ने जल्द परीक्षा शुरू कराने के साथ परीक्षाफल घोषित करने की तैयारी में जुट गया है। शासन के निर्देश के अनुसार १५ तक परीक्षाफल घोषित हो जाना चाहिए। इसके लिए अभी से मूल्यांकन आरंभ करने की तैयारी है।
काशी विद्यापीठ प्रशासन ने जल्द परीक्षा शुरू कराने के साथ परीक्षाफल घोषित करने की तैयारी में जुट गया है। शासन के निर्देश के अनुसार १५ तक परीक्षाफल घोषित हो जाना चाहिए। इसके लिए अभी से मूल्यांकन आरंभ करने की तैयारी है।
छह जिलो में बनाये गये इतने परीक्षा केन्द्र, परीक्षार्थियों की संख्या वाराणसी के 55 केन्द्रों पर 91608, चंदौली के 30 केन्द्र पर 39813, भदोही के 16 केन्द्र पर 14835, मीरजापुर के 38 केन्द्र पर 49407, सोनभद्र के 25 केन्द्र पर 29284 व बलिया के 37 केन्द्र पर 28359 परीक्षार्थियों के परीक्षा देने की व्यवस्था की गयी है।
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