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लॉकडाउन : इस बार संकट मोचन हनुमान को अर्पित होगी डिजिटल संगीतांजली, घरों में ही पूजा कर भक्त मनाएंगे जंयन्ती

locationवाराणसीPublished: Apr 07, 2020 03:58:51 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

समूचे ब्रह्माड को संकट से निजात दिलाने वाले संकट मोचन हनुमान की जयंती इस बार 8 अप्रैल को भक्त घर से ही मनाएंगे।

लॉकडाउन : इस बार संकट मोचन हनुमान को अर्पित होगी डिजिटल संगीतांजली, घरों में ही पूजा कर भक्त मनाएंगे जंयन्ती

लॉकडाउन : इस बार संकट मोचन हनुमान को अर्पित होगी डिजिटल संगीतांजली, घरों में ही पूजा कर भक्त मनाएंगे जंयन्ती

वाराणसी. समूचे ब्रह्माड को संकट से निजात दिलाने वाले संकट मोचन हनुमान की जयंती इस बार 8 अप्रैल को भक्त घर से ही मनाएंगे। हृदय के अंतर्भाव से भगवान शंकर के प्रतिरूप श्री हनुमान जी को काशीवासी नमन करेंगे कोरोना वायरस के बढ़े खतरे के बीच सालों से उत्सव जैसा रहने वाला यहां का परिसर महज दो चार लोगों के साथ प्रभू की भक्ति में लीन होगा। संकटमोचन मंदिर में पूजन-अर्चन विधि विधान से परंपरागत रूप से ही होगा, रामचरित मानस का पाठ भी होगा पर व्यास जी इस बार हनुमान जी को ही कथा सुनाएंगे।

किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं

संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो विश्वंभरनाथ मिश्र ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि श्री हनुमत जयंती चैत्र सुदी पूर्णिमा 15 (बुधवार) सम्वत 2077 यानि 8 अप्रैल 2020 को मनाया जाएगा। प्रातः 6 बजे से 8 बजे तक श्री हनुमान जी महाराज का पूजन-अर्चन और बैठकी की झांकी सजाई जाएगी। प्रातः 7 बजे से रामायण जी का पूजन – अर्चन और मानस जी का एकाह पाठ, रामार्चा पूजन आदि धार्मिक अनुष्ठान पूर्व की भांति होंगे। लेकिन महामारी के चलते लॉकडाउन की प्रक्रिया चल रही है, ऐसे में मंदिर परिसर में किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं पायेगा।

संकट से उबारेंगे हनुमान

मन्दिर के महंत ने कहा की हनुमान जी महराज का नाम संतशिरोमाणि गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने संकटमोचन रखा और कलिकाल के सबसे प्रतापी देव जिनको भगवती सीता महरानी का वरदान भी प्राप्त है वह सक्षम भी है हम सबको इस त्रासदी से उबारने में। बस उनको याद दिलाना पड़ता है। इसके लिए हम सब इस बार हनुमान जयंती को विशेष प्रार्थना भी करेंगे ताकि विश्व इस संकट से उबरे।

इस बार डिजिटल संगीत समारोह

बतादें की हनुमान जी की जयन्ती के उपलक्ष में हर साल छह दिवसीय संगीत समारोह किया जाता है। जिसमें देश विदेश के प्रख्यात कलाकार आकर बाबा को अपनी स्वरांजलि अर्पित करते हैं। लेकिन इस बार कोरोना की वजह से इसमें बदलाव कर लिया गया है। इस बार कुछ बड़े कला साधक अपनी संगीतांजलि 12 से 17 अप्रैल तक तक नियमित रूप से सायं 7:30 बजे से हनुमान जी महाराज को डिजिटल माध्यम से श्रवण कराएंगे। इसके लिए पंडित जसराज, राशिद खां समेत 20 कलासाधकों ने अपनी स्वीकृति दे दी है। इस कार्यक्रम का लिंक भक्तों को दे दिया जाएगा ताकि वो घर बैठे संगीत समारोह को देख सकें।

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