बता दें कि दिल्ली से आ रही फरक्का एक्सप्रेस शुक्रवार की रात करीब 10:05 बजे शिवपुर गेट नम्बर नौ और 10 के बीच से गुजर रही थी। इस दौरान पटरी पर रखे लोहे के गर्डर से इंजन के टकराते ही तेज आवाज हुई। गनीमत रही कि उस समय ट्रेन की रफ्तार ज्यादा नहीं थी। 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन आगे बढ़ रही थी। गर्डर इंजन के काऊकैचर में फंस गया। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। तेज झटके की वजह से यात्रियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन रुकते ही अनहोनी की आशंका से घबराए यात्री बोगियों से बाहर निकल आए। गर्डर बिजली के खम्भे जैसा लग रहा था। ट्रेन स्टाफ ने विभागीय अधिकारियों को सूचना दी। ट्रैकमैन अनिल कुमार की अगुवाई में विभागीय टीम ने ट्रैक की जांच की। ट्रैन दुरूस्त पाए जाने पर रात 11:35 बजे ट्रैन को आगे रवाना किया गया। कैंट रेलवे स्टेशन पर रात 12:05 बजे यह ट्रेन पहुंची। सब कुछ ठीक पाए जाने पर रात 12:35 बजे यहां से ट्रेन मालदा टाउन के लिए रवाना हुई।