एसीबी एफआईआर की प्रतिलिपि सोमवार को जयपुर भेजेगी। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई होगी। इधर, ब्यूरो ने आरोपित गोकुलराम पुत्र मिश्री लाल के बांसवाड़ा स्थित जिला पुलिस लाइन में घर तथा अजमेर के बांदरसिंदरी थाना क्षेत्र के तिलोनिया गांव में स्थित उसके आवास पर छानबींन की। लेकिन, फिलहाल एसीबी के हाथ कुछ खास नहीं लगा है।
गौरतलब है कि एसीबी ने आरोपित को शनिवार को थाने से ही वर्दी में गिरफ्तार किया था। आरोपित ने दशहरा गामड़ी निवासी अजीत सिंह पुत्र मोतीसिंह से थाने में जब्त टैम्पो को छोडऩे के एवज में बीस हजार रुपए रिश्वत मांगे थे।
इस पर सौदा दस हजार में तय हुआ। इसमें आरोपित गोकुलराम पांच हजार रुपए तो ले चुका था शेष राशि की मांग के लिए गोकुलराम की ओर से परिवादी को लगातार प्रताडि़त किया जा रहा था। इसकी शिकायत व सत्यापन के बाद आरोपित को ट्रेप किया गया।
तीन साल बाद होनी थी सेवानिवृत्ति
सूत्रों के अनुसार आरोपित एसआई गोकुलराम की सेवानिवृत्ति वर्ष 2020 में थी, लेकिन रिश्वत के रुपए के लालच में वह पीडि़त अजीत के घर करीब छह बार गया। एक-दो बार वह रात ढाई बजे अजीत के घर पहुंचा और रुपयों की मांग की। गोकुलराम आए दिन अजीत से गाली गलौच कर धमकाता था।