बतादें कि गठन के बाद शिवपाल यादव ने खुलकर कहा कि सपा से उपेक्षित लोगों को सेक्युलर मोर्चे से जोड़ा जाएगा। सेक्युलर मोर्चा यूपी में राजनीति का नया विकल्प होगा। उन्होंने कहा कि सेक्युलर मोर्चे के सहारे वह छोटे-छोटे दलों को जोड़ेंगे। शिवपाल ने कहा कि वह नेताजी को सम्मान न मिलने से आहत हैं। उन लोगों को सपा की किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता।
ये हो सकते हैं शामिल बतादें कि शिवपाल के विश्वस्त्र सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्रा समाजवादी सेक्यूलर मोर्चे में शामिल हो सकते हैं। भदोही जनपद के साथ ही इलाहाबाद मंडल में भी ब्राह्मणों के बीच विजय मिश्रा खासी पहचान मानी जाती है। जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर सांसद और विधायक की सीट इन्ही के इशारे पर जिले में हार-जीत मानी जाती है।
2- धनंजय सिंह-
जौनपुर सदर सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं। जिले में धनंजय का काफी रसूख माना जाता है। मोदी लहर मे हारने वाले धनंजय को ठाकुर मतदाताओं के साथ ही सभी बिरादरी में खासी तवज्जो मिलती है। जमीनी स्तर पर काम करने के नाते इन्हे काफी बड़ी चेहरा माना जाता है।
जौनपुर सदर सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह भी शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं। जिले में धनंजय का काफी रसूख माना जाता है। मोदी लहर मे हारने वाले धनंजय को ठाकुर मतदाताओं के साथ ही सभी बिरादरी में खासी तवज्जो मिलती है। जमीनी स्तर पर काम करने के नाते इन्हे काफी बड़ी चेहरा माना जाता है।
3-अतीक देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद भी शिवपाल के सेक्युलर मोर्चे में शामिल होने की बात आ सकती है। माना जा रहा है कि सपा से मिली नाराजगी के बाद और भाजपा सरकार में लगातार बढ़ते दबाव के बीच अतीक अहमद आने वाले समय में शिवपाल के लिए बड़े मुस्लिम चेहरे के रूप में काम कर सकते हैं।
पचास बड़े नेताओं पर भी शिवपाल की नजर इन बाहुबलियों के साथ ही पूर्वांचल के पचास बड़े चेहरों पर भी शिवपाल की नजर है। जो सपा और भाजपा से निराशा के बाद लगातार अपनी राजनीति जमीन तलाश रहे हैं। इन नेताओं में गाजीपुर जिले की सपा सरकार विधायक रहीं शादाब फातिमा, मिर्जापुर जिले के रहने वाले लालगंज ब्लाक के पूर्व प्रमुख जय सिंह, आजमगढ़ के रामदर्शन यादव पूर्व विधायक, सपा सरकार में मंत्री रहे बलराम यादव, जौनपुर जनपद से डा. केपी यादव पूर्व गो सेवा आयोग के अध्यक्ष इसके साथ ही संगीता यादव पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हैं। जिन पर शिवपाल यादव की नजर है।