बता दें कि पाकिस्तान के काउंटर अटैक का जवाब देने बुधवार को भारतीय वायु सेना के एमआई-17 हेलीकाप्टर उड़ा था जो क्रैश हो गया बताया जा रहा है। उसमें 07 लोगों की मौत हुई जिसमें एक वाराणसी निवासी विशाल पांडेय भी थे। बड़गाम में हुए हेलीकप्टर क्रैश में शहीद वाराणसी की शान विशाल पांडेय, विजय शंकर पांडेय की तीसरी संतान थे। उनसे बड़े एक भाई और एक बहन हैं। एक छोटी बहन भी हैं। विशाल को एक बेटा और एक बेटी है। विशाल के परिवार वालों को गुरुवार को जैसे है यह खबर मिली, कोहराम मच गया। परिजनों की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया है। मौके पर एडीएम सिटी और एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह परिजनों से मिलने पहुंचे। पिता विजय शंकर पांडेय को ढांढस बंधाया। घर पहुंचे अधिकारियों ने विशाल के घर वालों से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। विशाल का पार्थिव शरीर शाम को विशेष विमान से बनारस लाने की बात चल रही है। तैयारी पूरी कर ली गई है।
ये भी पढ़ें- शहीद विशाल के पिता विजय शंकर ने कहा, पाकिस्तान का हो संपूर्ण सफाया शहीद के पिता विजय शंकर पांडेय ने मीडिया को बताया कि विशाल पिछले साल फरवरी में घर आए थे। उससे पहले विशाल 04 दिसंबर 2017 को बड़ी बहन की शादी में शामिल होने के लिए वाराणसी आए थे। उन्हें एक बेटा और एक बेटी है, जो उन्ही के साथ रहते थे। उन्होंने कहा, भारत सरकार को चाहिए कि पाकिस्तान का सफाया कर दे। साऱी समस्या एक झटके में ही खत्म हो जाए।
बता दें कि शहीद विशाल की पत्नी माधवी स्कूल टीचर हैं जबकि ससुर रवि पांडेय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के निदेश के कार चालक हैं। विशाल, विजय शंकर पांडेय के तीन बेटों में दूसरे नंबर के पुत्र थे। वह 2005 में वायु सेना में भर्ती हुए थे। वह फ्लाइट इंजिनियर के पद पर तैनात थे। उनकी शाहदत की खबर सुनते ही चौकाघाट स्थित उनके आवास के आस-पास माहौल गमगीन हो गया। लोग पांडेय के घर पहुंचे और और परिवारजनों को ढांढस बंधाने में जुट गए।