लो! हो गई तैयारी, रोजडवेज ने भी कसी कमर, लक्खी मेले में आपको नहीं आएगी परेशानी, ये भी करेंगे आपका सहयोग एनसीसी से पैदा हुआ था देश सेवा का जज्बा अन्नू ने पिलानी से ही अपनी पढ़ाई की है। स्कूल के समय से ही इसने एनसीसी ज्वाइन कर ली थी। अन्नू बताती हंै कि जब उसने पहली बार एनसीसी की डे्रस पहनी थी तभी ठान लिया था कि ‘खाकी’ वर्दी पहनकर देश की सेवा करूंगी।
एक ऐसा अस्पताल, जहां बिना दवाइयों के हो जाता है इलाज! यहां तो स्टाफ की भी नहीं पड़ती जरूरत महिला बटालियन की कमान नक्सलवाद से प्रभावित उग्रवाद प्रभावित हजारीबाग जिले के चुरचु उपखंड में अन्नू के हाथ में सीआरपीएफ की महिला बटालियन कमान है। हथियारों से लैस होकर अन्नू अपनी बटालियन के साथ नक्सलियों के गढ़ में उनसे लोहा ले रही है।दिनभर घने जंगलों में गश्त करती हैं।
पति-बच्चों की देखभाल को उठाया बीड़ा तो खुद जा पहुंची खाट पर, अब बेबसी और लाचारी में कट रही इनकी जिंदगी पिता हैं अकाउंटेंट अन्नू के पिता सुरेश कुमार नौवाल बिरला विद्यापीठ में अकाउंटेंट हैं। मां रेखा गृहणि हैं।दो बहन व एक भाई में अन्नू सबसे बड़ी है। बहन दिल्ली में पढाई कर रही है व भाई दुबई में काम करता है। होनहार अन्नू दो बार भारतीय प्रशासन सेवा की परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुकी है, मगर इंटरव्यू तक ही पहुंच पाई।