scriptकोरोना के खिलाफ जंग, पूरे प्रदेश में लागू होगा काशी का ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ का मॉडल | mera ghar mera school model to implement in uttar pradesh | Patrika News

कोरोना के खिलाफ जंग, पूरे प्रदेश में लागू होगा काशी का ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ का मॉडल

locationवाराणसीPublished: Oct 18, 2020 02:40:03 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए वाराणसी के सेवापुरू ब्लॉक से ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ मॉडल की शुरुआत की गई थी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब पूरे प्रदेश में ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ के वाराणसी मॉडल को लागू करेगी।

कोरोना के खिलाफ जंग, पूरे प्रदेश में लागू होगा काशी का 'मेरा घर मेरा स्कूल' का मॉडल

कोरोना के खिलाफ जंग, पूरे प्रदेश में लागू होगा काशी का ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ का मॉडल

वाराणसी. कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए वाराणसी के सेवापुरू ब्लॉक से ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ मॉडल की शुरुआत की गई थी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब पूरे प्रदेश में ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ के वाराणसी मॉडल को लागू करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश दिए हैं। बीएसएस राकेश सिंह के अनुसार, कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन में स्कूल बंद हो गए थे। इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही थी। ऐसे समय में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ की शुरुआत की गई थी। योजना की शुरुआत स्कूल और किताबों से बच्चों की दूरी कम करने के लिए की गई थी।
80 प्रतिशत बच्चों को मिल रहा फायदा

योजना के तहत जिले के 80 प्रतिशत बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। बच्चों को घर पर ही स्कूल जैसा माहौल उपलब्ध कराने के लिए टाइम टेबल भी तैयार किया गया है। इस पहल में शिक्षकों के साथ शिक्षामित्र, अनुदेशकों के साथ-साथ गांव के उत्साही युवाओं को भी जिम्मेदारी दी गई है। इन युवाओं को बाल पथिक व युवा पथिक का दर्जा भी दिया गया है। कोरोना काल खत्म होने के बाद स्कूल खोलने पर इन युवा पथिक और बाल पथिकों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले को बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा। बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विभाग की ओर से मोहल्ला पाठशाला भी संचालित की गई है।
ऑनलाइन न पढ़ने वाले बच्चों को फायदा

शिक्षा विभाग ने छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए ‘मेरा घर मेरा स्कूल’ कार्यक्रम शुरू किया था। इससे लॉकडाउन के समय में शिक्षा को सुचारू रूप से चलाने में मदद तो मिल ही रही थी साथ ही उन बच्चों के लिए भी यह पहल मददगार है जो किसी कारणवश ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे। इसके तहत शिक्षा विभाग घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाता है। अभियान के तहत सरकारी स्कूल के बच्चों को एनएसएस के कार्यकर्ता घर घर जाकर पढ़ा रहे हैं जिससे उनकी पढ़ाई का कोर्स पूरा हो सके और स्कूल खुलने पर वह अपने आप को पढ़ाई में पिछड़ा महसूस न करें।
क्या है मेरा घर मेरा स्कूल योजना

यह योजना राज्य के विद्यार्थियों के हित में शुरू की गई है। लॉकडाउन की विकट स्थिति में जिन विद्यार्थी की पढ़ाई रुक गई थी उन्हें अब इस योजना के द्वारा शुरू कर दिया है। इस योजना से राज्य के सभी विद्यार्थियों को स्कूल खुलने तक ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा। योजना के तहत विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे और घर बैठकर ही अध्ययन भी कर सकेंगे। इसमें शिक्षक द्वारा घर-घर जाकर भी पढ़ाई कराई जाती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो