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BHU बवाल मामले में अब 18 दिसंबर तक न्यायिक आयोग को दिया जा सकेगा साक्ष्य प्रखर शुक्रवार की सुबह दशाश्वमेध घाट किनारे गुमसुम बैठा था। आसपास मौजूद मल्लाहों को शक हुआ कि कहीं वह आत्महत्या के इरादे से तो नहीं आया है, तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना पर दशाश्वमेध पुलिस मौके पर पहुंची और किशोर को ले आई। उसके पास मौजूद आधार कार्ड में दर्ज नंबर पर पुलिस बातचीत कर रही थी। यह भी पढ़ें
आईजी रेंज दीपक रतन ने कहा कि महिला की सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता उधर, जिस नंबर पर पुलिस बात कर रही थी, नोएडा पुलिस उस नंबर को सुन रही थी। बातचीत में प्रखर के पकड़े जाने की बात सुनते ही नोएडा पुलिस ने एसएसपी वाराणसी से संपर्क साधा और मामले से अवगत कराया।मालूम हो कि गौर सिटी 2 के मकान संख्या 1446 में रहने वाले टाइल्स व्यापारी सौम्य अग्रवाल की पत्नी अंजली और बेटी मणिकर्णिका की 4 दिसंबर को चाकू व क्रिकेट के बैट से हमला कर हत्या कर दी गई थी। सौम्य अग्रवाल घटना के समय राजस्थान गए थे।
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1090 का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित कर उनका आत्मविश्वास बढ़ाना-दीपक रतन प्रखर को पुलिस निगरानी में रखा गया और नोएडा पुलिस आनन-फानन विमान से वाराणसी पहुंची और देर शाम उसे लेकर नोएडा के लिए रवाना हो गई। पूछताछ में उसने बताया कि वारदात के बाद वह रांची चला गया था। गंगा नहाने के लिए वह वाराणसी पहुंचा था लेकिन पकड़ा गया।