मेराज के खिलाफ पहले फर्जी तरीके से पिस्टल का लाइसेंस रिन्यूअल कराने का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच की गई तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया। ऐसा कहा जा रहा है कि मेराज ने फर्जी कागजात, थाने की फर्जी मुहर और इंस्पेक्टर का फर्जी दस्तखत कर हथियार का लाइसेंस रिन्यूअल करा लिया था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच की गई और आरोप सही पाए जाने पर उसका शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया गया। बताते चलें कि पिछले 10 दिनों में मुख्तार गैंग के सहयोगी वसूली माफिया मऊ के सुरेश सिंह की सवा चार करोड़ से अधिक कीमत की 25 गाड़ियां पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की हैं। सुरेश सिंह भी जेल में बंद है।