पुलिस के मुताबिक मुख्तार अंसारी गिरोह आईएस-91 के सहयोगी गैंग के सरगना और साथियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। पुलिस ने गैंग के सरगना अंकुर राय और उसके नौ सहयोगियों कोपागंज थाना क्षेत्र के सहरोज निवासी मनीष राय, अखण्ड प्रताप राय, विशाल राय पुत्र संजीव राय, विशाल राय पुत्र गोपाल राय, चंद्रविजय राय, अंकित राय, तन्मय राय, काछीकला निवासी दिव्यांशु राय और केफायतुल्लाह निवासी फूलेलपुरा के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। पुलिस अब इन लोगों के लाइसेंसी असलहे ज़ब्त कराने की कवायद में भी जुटी है।
पुलिस की मानें तो इन अपराधियों की अपराध जगत में गहरी पैठ है। अंकुर राय व मनीष राय का तो मुख्तार अंसारी के शूटर अंगद राय व गोरा राय के साथ पारिवारिक संबंध हैं। अंकुर अंगद राय के भाई का दामाद है। अंकुर और मनीष राय दोनों हिस्ट्रीशीटर रहे हैं। 2010 में हुई पूर्व विधायक कपिलदेव यादव की हत्या में ये मुख्य अभियुक्त भी रहे हैं।
अंकुर राय और उसके सहयोगियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। सहरोज गांव की पूनम राय और उनके देवर योगेश राय के परिवार पर जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में योगेश ने अंकुर राय और उसके नौ सहयोगियों के खिलाफ तहरीर देकर कोपागंज थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। अंकुर मनीष और केफ़ायतुल्ला पर 25-25 हज़ार जबकि अखंड राय और दिव्यांशु राय पर 15-15 हज़ार का इनाम भी घोषित किया गया था।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्या का कहना है कि लॉ ऐंड ऑर्डर मेंटेन रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। मुख्तार अंसारी गिरोह और उनका सहयोग करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
बताते चलें कि पुलिस इन दिनों मुख्तार अंसारी और उनके गिरोह पर बेहद सख्त हो गयी है। उनके परिवार से लेकर सहयोगियों तक के असलहों की कड़ाई से जांच कर मानक के विपरीत मिलने पर लाइसेंस निलंबित करते हुए हथियार ज़ब्त करने की कार्रवाई की जा रही है। इन कार्रवाईयों की ज़द में मुख्तार का परिवार भी है। इसके अलावा उनके करीबियों पर शिकंजा कस दिया है। पुलिस की कार्रवाई से उनके करीबियों में खलबली मची हुई है।