नगर निगम चुनाव के लिए मतदान २६ नवम्बर को होना है। लगन का मौसम शुरू हो गया है और १९ नवम्बर से लगन में बहुत तेजी आ जायेगी। इस बार अधिकांश वार्ड पर परिसीमन का असर दिखायी दे रहा है। इन जगहों पर नये प्रत्याशी चुनावी मैदान में है और मतदाता में अपनी पकड़ बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। ऐसे में जब प्रत्याशी को पता चल जाता है कि उनके क्षेत्र में इन घरों में लगन है तो प्रत्याशी भी सक्रिय हो जा रहे हैं। लोगों को अधिक से अधिक सुविधा दिलाने के लिए अपनी सारी ताकत लगा दे रहे हैं। खास बात है कि जितने भी प्रत्याशी है वह सभी ऐसे घरों में पहुंच सभी संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं, जिसका सीधा फायदा मतदाता को हो रहा है।
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उठाये जो रहे कूड़े, साफ हो रही नाली
प्रत्याशियों ने अपने क्षेत्र में पहचान बनाने के लिए सारी चाल चल दी है। प्रत्याशी अपने पैसे लगा कर क्षेत्र से कूड़ा उठवा रहे हैं और जरूरत पडऩे पर नाली तक की सफाई कराने से पीछे नहीं हट रहे हैं। प्रत्याशियों का एक ही प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों तक अपनी पहचान बनायी जा सके।
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दल से अधिक प्रत्याशी की इमेज दिलाती है जीत
नगर निगम चुनाव में सभासद पद पर पार्टी से अधिक प्रत्याशी की इमेज जीत का कारण बनती है। नगर निगम चुनाव में भले ही सभी दल के सिंबल पर प्रत्याशी मैदान में है, लेकिन जीत का कारण उनकी व्यक्तिगत छवि होगी। इसके चलते प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में अपनी सारी ताकत झोंक दी है, जिसका एक माध्यम लगन भी है।
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