लोक समिति द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में आक्रोशित लोगों ने दोषियों को कठोर से कठोर दंड देने की मांग कर रहे थे। पीडि़त को इंसाफ दिलाने व आरोपियों को सजा दिए जाने की मांग को लेकर गांव की दर्जनों बेटियों और महिलाओं ने विरोधभरी तख्तियां लेकर घटना पर विरोध करते हुए नंदघर के सामने प्रदर्शन किया। लोगों ने आरोपियों को अविलंब फांसी की सजा दिए जाने की मांग की।
मंगलवार की दोपहर करीब 11 बजे गांव की बेटियां, महिलाएं दर्जनों की संख्या में गांव के यात्री प्रतीक्षालय पर एकत्र हुईं। वहां से उन्होंने क्षुब्ध हृदय है बंद जुबान, गांव की बेटी करे पुकार कब तक सहेंगे अत्याचार, मोदी हम शर्मिंदा है बेटी के कातिल जिंदा है, प्रधानमंत्री जी बेटियों की रक्षा करो, दुष्कर्म करने वाले कातिलों को फांसी दो आदि विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर गांव में विरोध जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। बेटियों का कहना था कि रेप व हत्या के आरोपियों को फांसी की सजा मिलना चाहिए।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सरकार सुरक्षा देने में जहां नाकाम है आज मानवीय संवेदनाओं को खत्म करने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सभ्य नागरिक समाज को खुद आगे आकर पहल करने की जरूरत है। पुरुष और युवा संवेदनशील बने और इस तरह के अमानवीय घटना को रोकें।
विरोध प्रदर्शऩ में नंदलाल मास्टर, पंचमुखी, रामबचन, अनीता, सरिता, फौजिया बानो, विकास वाजपेयी, आयशा, श्यामसुंदर, समांबानो, मनजीता, मधुबाला, सुनील मास्टर, विद्या, निशा, सुमन, प्रमिला,सुनीता, चंदा, लता, नीलम, निर्मला, गायत्री, शीला, बबीता, कलावती, गीता,उषा, सीता, संगीता, मीना आदि समेत एक साथ अभियान और साधिका टीम के लोग शामिल रहे।
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