पार्टी सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी 16 मई को चंदौली दौरे पर आ रहे हैं। वह वहां भाजपा प्रत्याशी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के पक्ष में सभा करेंगे। फिर शाम को बनारस आएंगे और यहीं रात्रि विश्राम भी करेंगे। पार्टी उनकी सभा आयोजित करने की भी तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कि वह बनारस के गणमान्य लोगों से मिलेंगे भी, उनसे वार्ता भी होगी। ऐसे में विपक्षी दल, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता और कार्याकर्ताओं में चर्चा छिड़ गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का भी कहना है कि बीजेपी के लिए पूर्वांचल की उन सीटों पर अपना कब्जा बनाए रखना बड़ी चुनौती है। पार्टी के ज्यादातर दिग्गजों के भाग्य का फैसला इसी अंतिम चरण में ही ईवीएम में बंद होना है। लिहाजा पार्टी कोई कोर कसर नहीं रख छोड़ना चाहती है। यही वजह है कि नरेंद्र मोदी को बनारस में कैंप कराया जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों कहना है कि जिस तरह से सपा-बसपा गठबंधन और कांग्रेस ने अपना ग्राफ ऊपर उठाया है, उससे बीजेपी की चुनौती और बढ़ जा रही है। यही वजह है कि मोदी एक बार मना करने के बाद दोबारा वाराणसी आ रहे हैं।
वो कहते है कि प्रियंका फैक्टर भी बड़ा है। कांग्रेस ने जिस जिम्मेदारी के साथ प्रियंका को राजनीति में उतारा और पूर्वांचल का प्रभारी बनाया। फिर जिस तरह से वह कैंपेन कर रही हैं। उससे कांग्रेसजनों में उत्साह तो है ही। ऐसे में भाजपा के पास इसके सिवाय कोई विकल्प भी नहीं था कि वह मोदी को दोबारा बनारस आने और 24 घंटे ही सही कैंप करने को विवश करना पड़ा।
वो कहते है कि प्रियंका फैक्टर भी बड़ा है। कांग्रेस ने जिस जिम्मेदारी के साथ प्रियंका को राजनीति में उतारा और पूर्वांचल का प्रभारी बनाया। फिर जिस तरह से वह कैंपेन कर रही हैं। उससे कांग्रेसजनों में उत्साह तो है ही। ऐसे में भाजपा के पास इसके सिवाय कोई विकल्प भी नहीं था कि वह मोदी को दोबारा बनारस आने और 24 घंटे ही सही कैंप करने को विवश करना पड़ा।
यहां यह भी बता दें कि मोदी के बनारस आने और रात्रि विश्राम की खबरे तब आनी शुरू हुईं जब कांग्रेस की ओर से घोषित हो गया कि पार्टी महासचिव और पूर्वांचल प्रभारी प्रियंका गांधी 15 मई को बनारस आ रही हैं। वह छह घंटे तक सड़क पर रहेंगी। रोड शो करेंगी। वह भी उन्हीं मार्गों पर रोड शो करेंगी जिन पर नरेंद्र मोदी ने किया था। बस अंतर यह है कि मोदी के रोड शो का समापन गंगा घाट पर हुआ था तो प्रियंका के रोड शो का समापन काशी विश्वनाथ मंदिर पर होगा।
प्रियंका काशी विश्वनाथ के अलावाकाशी के कोतवाल बाबा काल भैरव का भी दर्शन करने जाएंगी। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी 15 मई को बनारस आने के बाद 17 मई की शाम जब चुनाव प्रचार खत्म होगा तब तक बनारस में ही रहेंगी। इस दौरान छोटी व नुक्कड़ सभाएं करेंगी। विभिन्न समुदायों से मिलेंगी। वह जनसंपर्क भी कर सकती हैं।
राजनीतिक विश्लेषक 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव की भी याद दिलाते हैं जब मोदी अंतिम तीन दिन यहीं रहे थे। कई सभाएं कीं। कहा तो यहां तक जाता है कि उन सभाओं और मोदी के रुकने का ही परिणाम रहा कि भाजपा ने बनारस जिले की सभी आठ विधानसभाएं अपनी झोली में डाल ली।
राजनीतिक विश्लेषक 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव की भी याद दिलाते हैं जब मोदी अंतिम तीन दिन यहीं रहे थे। कई सभाएं कीं। कहा तो यहां तक जाता है कि उन सभाओं और मोदी के रुकने का ही परिणाम रहा कि भाजपा ने बनारस जिले की सभी आठ विधानसभाएं अपनी झोली में डाल ली।
इतना ही नहीं एक तरफ जहां प्रियंका 15 मई को बनारस आ रही हैं तो अंतिम चरण के मतदान से तीन दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमों मायवती और रालोद अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह भी बनारस आ रहे हैं। सीर गोवर्धनपुर में उनकी जनसभा होनी है। ऐसे में प्रियंका के साथ अखिलेश, मायावती और चौधरी अजीत के इस दौरे के बाद नरेंद्र मोदी को बुलाने की जरूरत बीजेपी को महसूस हुई है। वजह साफ है अंतिम चरण में महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज में मतदान होना है और ये सारी सीटें 2014 में बीजेपी ने ही जीती थीं। यह दीगर है कि गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के यूपी का सीएम बनने और सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद हुए उपचुनाव में उस सीट पर सपा ने कब्जा कर लिया था। अब वहां से भाजपा के टिकट पर भोजपुरी सिने स्टार रविकिशन मैदान में हैं।
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर .. UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें patrika Hindi News App .