मौजूदा लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का चुनाव कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा। अंतिम चरण की लड़ाई जिन सीटों पर होनी है, उनमें से सभी 26 लोकसभा सीट की प्रभारी महासचिव खुद प्रियंका गांधी हैं। ऐसे में, नतीजे बेहतर लाने की उनके सामने चुनौती है।
इसी लिहाज से अब 15 मई को प्रियंका बनारस आ रही हैं। वह तकरीबन उन्हीं रूट पर रोड शो करेंगी जहां नरेंद्र मोदी नामांकन के एक दिन पहले रोड शो कर चुके हैं। इतना ही नहीं प्रियंका दर्शन-पूजन भी करेंगी, इस लिहाज से भी वह मोदी की राह पर ही दिखेंगी। वह काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगी तो काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के दरबार में भी जाएंगी। मोदी ने मां गंगा की पूजा की थी और नामांकन से पहले काल भैरव का आशीर्वाद लिया था।
लेकिन एक बात जो महत्वपूर्ण है कि मोदी जब नामांकन के लिए बनारस आए थे तो उन्होंने कहा था कि वह पूर्वांचल के अन्य संसदीय सीटों पर तो प्रचार के लिए आएंगे पर बनारस नहीं आएंगे। लेकिन ऐसा नहीं है। जब प्रिंयका 15 को बनारस में रोड शो करेंगी तो पीएम मोदी 16 मई को पहले चंदौली पहुंच कर उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडेय के लिए सभा करेंगे फिर शाम को अपने वाराणसी संसदीय क्षेत्र में आएगे। यहीं रात्रि विश्राम करेंगे फिर अगले दिन यानी अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने तक बनारस में रहेंगे। यह एक बड़ी बात होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी को गति देने के लिए राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच 12 फरवरी को सीट बंटवारा किया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी को 41 और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य को 39 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी। मौजूदा लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर का रण पूर्वांचल में है, जहां की प्रभारी प्रियंका हैं। ज्यादातर सीट भी ऐसी हैं जहां लंबे समय से पार्टी को जीत का इंतजार है।
प्रियंका कर चुकी हैं गंगा यात्रा लोकसभा चुनाव की कमान संभालने के बाद प्रियंका ने प्रयागराज से वाराणसी की बोट यात्रा कर चुनाव प्रचार का आगाज किया था। प्रियंका अपनी वोट यात्रा के दौरान जिन लोकसभा क्षेत्रों में गईं, इलाहाबाद, मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, फूलपुर आदि सीट का चुनाव भी इन्हीं दो अंतिम चरण में है।
छठवां चरण जहां 12 मई को हो रहा है मतदान
सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आज़मगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही सातवां चरण जहां 19 को होगा मतदान
महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज
सहयोगी दलों का भी लिटमेस टेस्ट
कांग्रेस ने कृष्णा पटेल वाले अपना दल और बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी से गठबंधन किया है। पूर्वांचल के रण में गठबंधन दलों की भी परीक्षा है। कारण- पूर्वांचल की ज्यादातर सीटों पर इन दलों का बेस वोट है। चंदौली लोकसभा सीट से बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या कुशवाहा चुनाव मैदान में है।
सबसे बड़ा संकट संगठन की कमजोरी
प्रदेश के अन्य जगहों की तरह पूर्वांचल के प्रायः हर जिले में पार्टी संगठन का बुरा हाल है। अधिकांश जिलों में शहर और जिला स्तर से लेकर बूथ स्तर तक कमेटियों का गठन धरातल पर कम और कागजों पर अधिक है। जिन पांच चरणों में चुनाव हो चुका है वहां उम्मीदवारों को संगठन की कमी की समस्या से जूझना पड़ा है।.
UP News से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें
Uttar Pradesh Facebook पर Like करें, Follow करें
Twitter पर ..
UP Lok sabha election Result 2019 से जुड़ी ताज़ा तरीन ख़बरों, LIVE अपडेट तथा चुनाव कार्यक्रम के लिए Download करें
patrika Hindi News App .