15 मार्च को गिरफ्तार हुआ था डॉ अफरोज बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना के नई बाजार पुरवा के मूल निवासी और हाल में लखनऊ के कैसरबाग स्थित गुडलक स्क्वायर अपार्टमेंट रहने वाले डॉ. अफरोज को वाराणसी क्राइम ब्रांच ने बीते 15 मार्च को गिरफ्तार किया था। 26 मार्च को अफरोज सहित सॉल्वर गैंग के 9 सदस्यों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
वाराणसी पुलिस कमिश्नर की संस्तुति पर हुआ निलंबन पुलिस कमिश्नर वाराणसी ए सतीश गणेश ने डॉ. अफरोज के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के संबंध में लखनऊ के सीएमओ और एसीएस चिकित्सा को रिपोर्ट भेजी थी। पुलिस कमिश्नर की संस्तुति पर डॉ. अफरोज को निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
जीएवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से पास आउट है डॉ अफरोज डॉ अफरोज अहमद कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से 2017-18 में पास आउट है। 2019 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मेडिकल ऑफिसर के पद पर चुना गया।वर्तमान में लखनऊ के दाउदनगर पीएचसी एवं मोहनलालगंज सीएचसी में बतौर चिकित्सा अधिकारी तैनात था।
पत्नी भी हैं डॉक्टर
डॉ अफरोज का 2020 में डॉक्टर शिफा खान से निकाह हुआ जो लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में कार्यरत थी। सितंबर 2021 में हुआ था खुलासा NEET-UG 2021, 12 सितंबर को वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र स्थित एक स्कूल में आयोजित की गई थी। परीक्षा केंद्र से त्रिपुरा की रहने वाली हिना विश्वास की जगह परीक्षा देते हुए BHU की मेडिकल छात्रा जूली कुमारी, पकड़ी गई थी। इस मामले में अब तक सॉल्वर गैंग के सरगना नीलेश सिंह उर्फ पीके सहित 19 आरोपी अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
अभी 16 आरोपियों की है तलाश
इस मामले में पुलिस को अभी 16 से ज्यादा आरोपियों की तलाश है। पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि NEET-UG में वांछित अन्य आरोपियों की तलाश लगातार जारी है। सभी आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे और सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।