कोरोना संक्रमण पता लगाने के लिए स्वाब या खून की जांच केवल उन्हीं लैब में हो रही हैं जो स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से मान्य हैं। बनारस में यह जांच बीएचयू के माइक्रोलॉजी डिपार्टमेंट के वॉयरोलॉजी लैब में हो रही है। पूर्वांचल के कई ज़िलों के सैंपल भी इसी लैब में आ रहे हैं। लैब पर दबाव ज़्यादा होने के चलते जांच रिपोर्ट आने में कम से कम दो दिन लग जा रहा है।
एंटीजन किट के इस्तेमाल से टेस्टिंग की प्रक्रिया तेज़ होगी और संक्रमितों का तेज़ी से पता चल सकेगा। आमतौर पर कोरोना की जांच के बाद रिपोर्ट आने में एक से दो दिन लग जाते हैं। पर एंटीजन किट से रिपोर्ट एक घंटे में ही मिल जाएगी। ऐसे में ये तकनीक कोरोना से जंग में बेहद अहम रोल निभा सकती है।