रोडवेज बस अड्डा होगा हाईटेक कैट स्थित रोडवेज बस अड्डा को लखनऊ बस टर्मिनल की तर्ज पर विकसीत करने के लिए राज्य मंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया। गोलगड्डा बस स्टेशन के भी आधुनिकीरण पर जोर देते हुए कहा कि बिहार, गाजीपुर आदि उधर की बसो का संचालन गोलगड्डा बस स्टेशन सें सुनिश्चित कराया जाए ताकि शहरी यातायात व्यवस्था में सुधार हो सके। जिलाधिकारी ने बताया कि कैंट रोडवेज बस स्टेशन के आधुनिकीरण के लिए डीपीआर शासन को भेजा गया है और शासन ने इस पर सैद्वान्तिक सहमति भी प्रदान कर दी है। उन्होने बताया कि शासन से स्वीकृति मिलते ही आधुनिकीरण कार्य शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी ने बताया कि कैंट रोडवेज बस स्टेशन के आधुनिकीकरण के दौरान यहां पर यात्री विश्रामालय, सिनेमा हाल, शापिंग मार्केट सहित अन्य सुविधाएं प्रस्तावित है।
पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग पर हरहुआ एवं रिंग रोग के पास अंडरपास बनाने को प्रस्ताव मांगा डॉ नीलकंठ तिवारी ने 101 करोड़ की लागत से पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग के कराये जा रहे चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण आदि कार्यो की समीक्षा के दौरान पंचक्रोसी परिक्रमा मार्ग को शासन की मंशा के अनुरूप श्रंद्वालुओं एवं क्षेत्रीय जनता को बेहत्तर सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से हाईटेक बनाये जाने पर विशेष जोर दिया। पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग पर हरहुआ एवं रिंग रोड के पास अंडरपास अथवा फ्लाईओवर बनाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इसके बिना इन सड़को को पार करने में श्रंद्वालूओं के साथ दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी। उन्होने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि पंचक्रोशी परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण, प्रकाश व्यवस्था एवं मार्ग पर डिवाइडर बनाने के साथ सभी पांचो पड़ावों पर पेयजल, शौचालय एवं अन्य सुविधा आदि के बाबत आवश्यकतानुसार अतिरिक्त धनराशि के लिए शीघ्र डीपीआर तैयार कर शासन को उपलब्ध कराएं। उन्होने पंचक्रोसी परिक्रमा मार्ग को नई काशी की तर्ज पर विकसित करने तथा स्थानीय व पंचक्रोसी परिक्रमा करने वाले श्रंद्वालुओं को बेहत्तर अवस्थापना सुविधा मुहैया कराने पर विशेष रूप से जोर दिया।
शहर के कुंडों, तालाबों का कराये सौन्दर्यीकरण
राज्य मंत्री ने कर्णघंटा, धनेसरा, बकरिया कुंड सहित शहर के अन्य प्रमुख तालाबो एवं कुंडों को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए इनका विकास एवं सौंदर्यीकरण कराने पर विशेष जोर दिया। उन्होने नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि शहर के तालाबो एवं कुंडों को संरक्षित करते हुए उनका सौन्दर्यीकरण कराया जाय। इससे भूगर्भ का जलस्तर भी रिचार्ज हो सकेगा।