बता दें कि केंद्र सरकार के स्तर से सवर्ण आरक्षण लागू करने के तुरंत बाद बीएचयू प्रशासन ने एडमिशन में सवर्णों के लिए 10 फीसदी सीट आरक्षित करने का फैसला लिया था। इसके तहत विश्वविद्यालय विभिन्न संकायों व विभागों में साड़े तीन हजार सीटें बढ गई हैं। परीक्षा विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है।
यहां यह भी बता दें कि जनवरी 2019 में यूजीसी से पत्र जारी होने के बाद ही विश्वविद्यालय में ईडब्ल्यूएस यानी आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को 10 फीसदी आरक्षण के लिए सीट रिजर्व करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। यूजीसी के निर्देश के तहत विश्वविद्यालय के करीब 140 विभागों में सीटों की बढ़ोतरी की गई है। अब सवर्ण आरक्षण कोटा के तहत प्रवेश लेने वालों को आर्थिक आधार को पुष्ट करने वाले दस्तावेज का विवरण देना होगा।
बता दें कि बीएचयू में सत्र 2019 में प्रवेश के लिए देश के विभिन्न शहरों में पहली बार ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा हुई थी। इस बार विश्वविद्यालय के स्नातक व परास्नातक तथा विभिन्न डिप्लोमा कोर्सेज के लिए 4.94 लाख छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था।
अब विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्रवेश परीक्षा के परिणाम 15 जून की रात से अपलोड किए जाएंगे। इसके तहत पहले स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों के परिणाम की घोषणा होगी। छात्र-छात्राएं बीएचयू की वेबसाइट पर परिणाम देख सकेंगे। परीणाम घोषणा के बाद 25 जून तक छात्र-छात्राओं को कटऑफ लिस्ट व काउंसिलिंग लेटर भेजे जाएंगे। जुलाई में काउंसिलिंग होगी।
परीक्षा नियंत्रक मनोज पांडेय के अनुसार स्नातक स्तर के कुछ पाठ्यक्रमों का परिणाम 15 जून की रात विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। रिजल्ट जारी होने के बाद विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विभागवार कटऑफ का निर्धारण किया जाएगा। इसके साथ ही सामान्य, अनुसूचित जाति-जनजाति, विकलांग, बीएचयू कर्मचारी कोटा के अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग लेटर भेजा जाएगा।