मंगलवार को सुबह साढे नौ बजे के बाद आसमान में छाए बादल। घने काले बादलों के बीच शुरू हुई बूंदा-बांदी। थोड़ी ही देर में शुरू हुई तेज बारिश। साथ ही आसमान में भादो जैसी गड़गड़ाहट भी हुई। एकबारगी तो लगा कि अब दिन भर इंद्र मेहरबान रहेंगे। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और तकरीबन आधे घंटे बाद ही तीखी धूप निकल गई।
वहीं सोमवार और मंगलवार की रात लोग उमस से बेहाल रहे। पंखा हो या कूलर, हवा लग ही नहीं रही थी। पूरा शरीर पसीने से तरबतर था। ये आलम सुबह तक रहा। लेकिन अचानक 9.30 बजे के बाद मौसम ने पलटी खाई और कम से कम पसीना तो पोंछ ही गई।
मौसम विज्ञानियों के अ.नुसार मानसून सक्रिय है और आने वाले दिनों में इसी तरह बारिश होती रहेगी। पर्याप्त नमी मिलते ही बादल झूमकर बारसेंगे। मौसम विज्ञानी इस सप्ताह मानसूनी सक्रियता से पूर्वांचल के कई जिलों में बरसात ठीक ठाक होने की उम्मीद जता रहे हैं।
बता दें कि बीते 24 घंटे में अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक रहा जबकि न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 57 और न्यूनतम 43 फीसद दर्ज की गई। तापमान सामान्य से अधिक दर्ज होने की वजह से लोगों को गर्मी से रात भर कोई राहत नहीं मिली। हालांकि बादलों की आवाजाही रात भर बनी रही और सुबह बादलों की सक्रियता से बारिश हुई।