की-नोट के दूसरे सत्र में छोटे राज्यों की जोरदार वकालत हुई। इतिहास के पन्नों को खोलते हुए वक्ताओं ने बुंदेलखंड, हरित प्रदेश और पूर्वांचल राज्य की जरूरत को समझाया। राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहाकि बड़े राज्यों में निगरानी तंत्र फेल है, जबकि छोटे राज्यों ने सघन निगरानी के लिए भ्रष्टाचार को खत्म किया और विकास के आयाम गढ़े हैं। अभिनेता-राजनेता राजा बुंदेला ने बुंदेलखंड की उपेक्षा की तस्वीर दिखाई, जबकि यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदव राजभर ने पूर्वांचल राज्य में तरक्की के सपने संजोए। समारोह में ई-ग्राम के सीईओ सुधांशु शुक्ला ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया। इस दौरान विमल इलाइची के जीएम एस.के. गर्ग भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित मंडलोई ने किया।