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#PatrikaKeyNoteVaranasi विचारों की साझेदारी से तरक्की का रास्ता

locationवाराणसीPublished: Aug 28, 2017 02:47:11 pm

वाराणसी में पत्रिका की-नोट में विचारों की आंधी में विकास की फुहार।

Patrika Key Note 2017

पत्रिका की नोट वाराणसी

वाराणसी. खुशहाली-तरक्की के रास्ते गढऩे का मौका था। बाबा विश्वनाथ की धरती काशी में आपाधापी भरी जिंदगी में दो पल मुस्कुराने के मिले तो शरीर में ऊर्जा दौडऩे लगी। शनिवार को होटल क्लार्क में हुए पत्रिका के आइडिया फेस्ट ‘की-नोट 2017’ में स्पीकर्स ने जिंदगी में तरक्की के ऐसे-ऐसे फंडे बताए, जिनके जरिए जिंदगी में खुशहाली बटोरना मुश्किल नहीं है। मुख्य अतिथि केंद्रीय दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने तरक्की के लिए विचारों की साझेदारी के फायदे समझाए, जबकि फिल्म अभिनेता और राजनेता राजा बुंदेला ने राजनीति के छोटे चौधरी यानी जयंत चौधरी के साथ मिलकर छोटे राज्यों के जरिए खुशहाली की डगर का नक्शा खींचा। की-नोट में प्रखर वक्ताओं ने बदलाव की बयार को वक्त की जरूरत बताया, लेकिन पहचान की कीमत पर नहीं। काशी को बदलना चाहिए, लेकिन क्वेटो की शक्ल में नहीं। अभिव्यक्ति की आजादी पर नौजवानों ने तीखे अंदाज में राष्ट्रवाद की हवा को थामने का प्रयास भी किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के साथ पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने किया। स्वागत भाषण डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन ने दिया।
Patrika Key Note
IMAGE CREDIT: Patrika
 

उद्घाटन सत्र में केंद्रीय दूरसंचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने कहा कि मौजूदा दौर में तकनीकी के साथ कदमताल करना जरूरी है। ऐसा नहीं करेगे तो इस कदर पिछड़ेंगे कि साथ करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि इंटरनेट क्रांति जैसी तकनीकी सुविधाओं के माध्यम से सुदूर ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की रोशनी फैलाने के प्रयास जारी हैं। इसी प्रकार दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में विचारों की साझेदारी भी संचार क्रांति के जरिए मुमकिन हुई है। आइडिया की साझेदारी से तरक्की के रास्ते गढऩे में जुट जाइए। इंटरनेट और तकनीकी क्रांति को मुहावरे में गढ़ते हुए श्री सिन्हा ने कहाकि, जहां गैप-वहां एप…।
की-नोट के दूसरे सत्र में छोटे राज्यों की जोरदार वकालत हुई। इतिहास के पन्नों को खोलते हुए वक्ताओं ने बुंदेलखंड, हरित प्रदेश और पूर्वांचल राज्य की जरूरत को समझाया। राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहाकि बड़े राज्यों में निगरानी तंत्र फेल है, जबकि छोटे राज्यों ने सघन निगरानी के लिए भ्रष्टाचार को खत्म किया और विकास के आयाम गढ़े हैं। अभिनेता-राजनेता राजा बुंदेला ने बुंदेलखंड की उपेक्षा की तस्वीर दिखाई, जबकि यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदव राजभर ने पूर्वांचल राज्य में तरक्की के सपने संजोए। समारोह में ई-ग्राम के सीईओ सुधांशु शुक्ला ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट किया। इस दौरान विमल इलाइची के जीएम एस.के. गर्ग भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित मंडलोई ने किया।