गत 21 से 23 सितंबर तक बीएचयू परिसर की घटनाओं के बाद से परिसर अशांत ही चल रहा है। सितंबर के अंत में ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कुलपति को अवकाश पर भेज दिया। अवकाश पर रहते ही उनका कार्यकाल पूरा हो गया। इस दौरान पहले तो बीएचयू प्रशासन ने कुलपति पद का विज्ञापन निकालने में विलंब किया। विज्ञापन निकला तो तकरीबन 300 लोगों ने आवेदन कर दिया। उधर मानव संसाधान विकास मंत्रालय भी सोता रहा। सर्च कमेटी गठित करने में विलंब हुआ। एमएचआरडी की ओर से 16 नवंबर को सर्च कमेटी का गठन किया गया। उसके बाद से एक महीने का वक्त गुजर गया अब तक सर्च कमेटी की महज एक बैठक हो सकी है। आवेदन पत्रों की शार्टिंग का काम अधूरा पड़ा है। ऐसे में विश्वविद्यालय को कब तक कुलपति मिलेगा पता नहीं।
इस संबंध में संघ और बीजेपी से जुड़े विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों का कहना है कि गुजरात चुनाव के चलते कुलपति के चयन में विलंब हो रहा है। गुरुवार (14 दिसंबर) को दूसरे और अंतिम चरण का मतदान हो गया। अब एमएचआरडी जल्द ही कुलपति की नियुक्ति के बाबत कोई फैसला ले लेगा। बता दें कि सर्च कमेटी 300 फार्मों में से पांच से 10 लोगों के नाम शार्टआउट कर उसे एमएचआरडी को भेजेगा। एमएचआरडी उसमें उसमें से छटनी कर पांच-सात लोगों के पैनल को विजिटर यानी राष्ट्रपति को भेजेगा फिर विजिपटर के स्तर से कुलपति के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी।
ऐसे में स्थाई कुलपति के न होने पर विश्वविद्यालय परिसर का माहौल अराजक हो चला है। यहां तक सरसुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक के घर पर दो-दो बार पेट्रोल बम फेंका जा चुका है। उन्हें फोन कर के अवांचनी तत्व गाली गलौज करते है। इस संबंध में एमएस डॉ ओपी उपाध्याय ने पत्रिका को बताया कि देर रात उनके आवास पर अवांछनीय तत्वों ने पेट्रोल बम फेंका। उससे पहले शाम को कुछ शरारती तत्वों का फोन आता है और वे फोन पर भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों ही मुद्दों के बाबत उन्होंने लंका थाने को तहरीर दे दी है। बताया कि इससे पहले 28 मार्च को उनके आवास पर पेट्रेल बम फेंका गया था। उसके बाद 13 दिसंबर को दोबारा यह घटना हुई। अब बुधवार की शाम के फोन और रात में पेट्रोल बंम फेके जाने से घबराए डॉ उपाध्याय ने कहा कि कुछ लोग उनकी हत्या करना चाहते हैं।
एफआईआर दर्ज इस संबंध में लंका एसओ संजीव मिश्र ने पत्रिका को बताया कि सरसुंदर लाल चिकित्सालय के चिकित्साधीक्षक के स्तर से तहरीर मिल गई है। उस पर मुकदमा लिखा जा रहा है। पेट्रोल बम फेकने वालों पर जल्द कार्रवाई होगी। गिरफ्तार किया जाएा।