scriptश्री हनुमत जयंती पर संकट मोचन सहित सभी देवालयों में पूजे गए पवसुत हनुमान, हुआ बैठकी वाले हनुमान जी का अद्भुत शृंगार | Pawansut Hanuman worshiped in all temples including Sankat Mochan on Shri Hanumant Jayanti | Patrika News

श्री हनुमत जयंती पर संकट मोचन सहित सभी देवालयों में पूजे गए पवसुत हनुमान, हुआ बैठकी वाले हनुमान जी का अद्भुत शृंगार

locationवाराणसीPublished: Apr 16, 2022 03:23:36 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

श्री हनुमत जयंती के मौके पर काशी के विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर सहित सभी देवालयों में शनिवार को पूजे गए पवनसुत हनुमान। अंजनी नंदन के जन्मोत्सव पर राम भक्त के दर्शन-पूजन को देवालयों में सुबह से ही लंबी कतार लग गई थी। अब शाम सात बजे से भिखारीपुर से निकलेगी प्रभु हनुमान ध्वजा यात्रा।

श्री संकट मोचन हनुमान जी मंदिर

श्री संकट मोचन हनुमान जी मंदिर

वाराणसी. श्री हनुमत जयंती के मौके पर शनिवार को वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर संकट मोचन मंदिर, अक्षय हनुमान मंदिर सहित शहर के सभी देवालयों में स्थित पवनसुत का शृंगार और सविधि पूजन हुआ। दो साल के बाद हनुमान भक्तों को ये मौका मिला जब वो प्रभु के श्री चरणों में प्रणाम अर्पित कर पाए। संकट मोचन मंदिर में महंत प्रो विश्वंभर नाथ मिश्र के नेतृत्व में बैठकी वाले हनुमान जी का भव्य शृंगार कर पूजन कर प्रभु से संपूर्ण जगत में शांति, सद्भाव, भाई-चारा और निरोगता की कामना की। फिर मंदिर में दर्शन पूजन को आए भक्तों के बीच खुद महंत प्रो मिश्र ने प्रसाद वितरण किया।
श्री संकट मोचन हनुमान जी
संकट मोचन मंदिर में हैं बैठकी वाले हनुमान जी का विग्रह

बता दें कि संकट मोचन मंदिर में स्थापित हैं बैठे हनुमान जी (बैठकी वाले हनुमान जी) जयंती के मौके पर सबसे पहले अंजनि पुत्र हनुमान का शृंगार और सविधि पूजन-अर्चन किया जाता है। साथ ही आकर्षक झांकी सजाई जाती है। इसके अलावा संकट मोचन हनुमान जी का भी भव्य शृंगार कर उनका भी विधि विधान से पूजन अर्चन होता है।
अक्षयवट हनुमान जी
विश्वनाथ धाम में विराजमान अक्षयवट हनुमान का धूमधाम से मना जन्मोत्सव

उधर चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा तिथि पर शनिवार की भोर में श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर स्थित हनुमत लला का पंचामृत स्नान कराके सिंदूर व चमेली के तेल का लेपन किया गया। तत्पश्चात नूतन वस्त्र धारण कराकर गेंदा, गुलाब, कुंद और तुलसी की मालाओं से भव्य श्रृंगार किया गया। फिर लड्डू, फल, पंचमेवा का भोग लगाया गया। महंत कमल मिश्रा ने बाबा की महाआरती की। भोर में 05 बजे से अक्षयवट हनुमान का दर्शन शुरू हुआ, जो निरंतर जारी है। महंत नील कुमार मिश्रा ने भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया।
इन मंदिरों में सुबह से लगी रही भक्तों की भीड़

हनुमत जयंती के मौके पर संकटमोचन मंदिर और अक्षयवट हनुमान मंदिर के अलावा वनकटी हनुमान मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर सहित शहर भर के देवालयों में प्रभु श्री हनुमान जी के दर्शन-पूजन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार लगी है। लोग अपने घरों में भी भक्ति भाव से संकटमोचन महाराज के पूजन और हवन में जुटे हैं।
शाम को भिखारीपुर से निकलेगी हनुमत ध्वजा यात्रा
इस बीच श्री हनमत् सेवा समिति के अध्यक्ष रामबली मौर्य ने बताया कि श्री हनुमान ध्वजायात्रा भिखारीपुर तिराहे से श्री संकटमोचन मंदिर के लिए सायं 7.00 बजे निकलेगी।
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