बता दें कि गोढ़िया निवासी मूलचंद्र ने 19 मई को फूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि उनके बेटे रवींद्र का अपहरण कर दस लाख की फिरौती मांगी गई है। फूलपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए सर्विलांस की मदद से पता लगाया कि रवींद्र इलाहाबाद में एक होटल में ठहरा हुआ था। एसपी ग्रामीण अमित कुमार ने पुलिस लाइन में बताया कि रवींद्र अपने मोबाइल से ही अपने पिता को फोन करता था और उसका कहना था कि उसे बांधकर रखा गया है। रवींद्र के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल और लोकेशन का पता लगाया गया तो सामने आया कि वो पांच मई से आठ मई तक इलाहाबाद में एक होटल में कमरा लेकर रह रहा है।
दरोगा सुधाकर प्रसाद, विवेक सिंह व विवेक त्रिपाठी और संतोष की टीम रवींद्र को इलाहाबाद से पुष्टि कर ले आई। पूछताछ में रवींद्र कुमार ने बताया कि किसानों के गल्ले का उधार पैसा चुका पाने में सक्षम नहीं हुआ तब उसने खुद के अपहरण कर फिरौती मांगे जाने की फर्जी कहानी भी रच ली।
अपहरण की रची थी झूठी कहानी
गोढ़िया गांव निवासी रवींद्र कुमार ने किसानों के गल्ले का उधार पैसा न दे पाने पर खुद के अपहरण की झूठी कहानी बनाकर पिता को ब्लैकमेल कर दस लाख की फिरौती मांगी। रवींद्र के पिता मूलचंद्र ने 19 मई को फूलपुर थाने में घटना की तहरीर दी थी। फूलपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए सर्विलांस की मदद से पता लगाया कि रवींद्र इलाहाबाद में एक होटल में ठहरा हुआ था। जिसे फूलपुर पुलिस ने जेल भेज दिया है।