बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के बीच रेल यात्रियों के लिये रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से कई प्रतिबंध लगाए हैं। वाराणसी मंडल के स्टेशन की सीमाएं सील कर सिर्फ एक प्रवेश द्वार खुला रखा गया है। इस गेट से सिर्फ उन्हीं यात्रियों को स्टेशन परिसर में प्रवेश दिया जाएगा जिनके पास कन्फर्म टिकट होगा। इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच बढ़ा दी गई है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और टीकाकरण को लेकर जागरूकता के लिये स्टेशन पर जगह-जगह पोेस्टर चिपकाए गए हैं और इसका एनाउंसमेंट भी किया जा रहा है।
उधर मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए कोविड मरीजों को एक बार फिर रेल के आइसोलेशन कोच में रखे जाने का इंतजाम किया जा रहा है। वाराणसी में लगातार रिकाॅर्ड स्तर पर संक्रमितों की तदाद को देखते हुए सबसे पहले यहां के लिये जंघई और लखनऊ से दो आइसोलेशन कोच मंगाए गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से डिमांड किये जाने पर इसे स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा। ये कोच वाशिंग लाइन में रहेंगे। वहां लोगों का आना-जाना नहीं होता है।
बताते चलें कि बीते साल कोरोना संक्रमण के दौरान मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए ट्रेन की बोगियों को आइसोलेशन कोच में बदल दिया था। कोच में कुछ जरूरी बदलाव किये गए थे जिससे इसमें संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया जा सके। इसमें मेडिकल स्टाफ के रुकने, दवाइयों और ऑक्सीजन सिलेंडर रखने आदि की सारी व्यवस्था थी।