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बनारस में अभी तक जमकर पानी नहीं बरसा है जब कैंट रेलवे स्टेशन का यह हाल हो गया है यदि झमाझम बारिश हो जाये तो स्टेशन का क्या हाल होगा। स्टेशन निर्माण की गुणवत्ता अब सवालों के घेरे में आ गयी है। बीजेपी के लिए बनारस का विकास कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। लोकसभा चुनाव 2019 को बनारस विकास के नाम से लडऩे की तैयारी की गयी है लेकिन जिस तरह बारिश में कैंट रेलवे स्टेशन पर पानी का झरना गिरा है उससे सारी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गये हैं।
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पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर ऐसी लापरवाही बरती जा रही है तो अन्य योजनाओं का क्या हाल होगा। बनारस में जनवरी में प्रवासी सम्मेलन होना है जिसकी मेजबानी खुद पीएम मोदी करने वाले हैं इसके चलते जनवरी से पहले रेलवे स्टेशन को नया रुप दिया जाना है। अधिकारियों ने स्टेशन निर्माण की गुणवत्ता को नजरअंदाज करने में जुटे हुए हैं जिसकी कलई बारिश ने खोल दी है।
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