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बनारस से लोकसभा का पर्चा भर PM नरेंद्र मोदी ने बनाया रिकार्ड

locationवाराणसीPublished: Apr 26, 2019 03:33:40 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने बनारस से किया नामांकन।

नामांकन पत्र दाखिल करते पीएम मोदी

नामांकन पत्र दाखिल करते पीएम मोदी

वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17वीं लोकसभा के लिए नामांकन पत्र दाखिले के साथ ही बनारस के साथ एक और रिकार्ड जुड़ गया। नरेंद्र मोदी पहले प्रधानंत्री हैं जिन्होंने वाराणसी के सांसद प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल किया है। इससे पहले पूर्वांचल के इलाहाबाद और बलिया को यह मुकाम हासिल रहा।
बता दें कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में भी बनारस से ही लोकसभा चुनाव लड़ा था , लेकिन तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। ऐसे में यह पहला मौका है बनारस के लिए जब कोई प्रधानमंत्री ने बनारस के सांसद के रूप में पर्चा भरा। नामांकन दाखिला से ठीक पहले नरेंद्र मोदी ने नामांकन कक्ष में प्रस्तावक निवेदिता शिक्षा सदन बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य के पांव छू कर आशीर्वाद ग्रहण किया। फिर उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी/ डीएम सुरेंद्र सिंह को अपना नामांकन पत्र व हलफनामा सौंपा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन पत्र व हलफनामे का बारीक निरीक्षण किया। पीए ने शपथ पत्र पढा भी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ये थे चार प्रस्तावक,
अन्नपूर्णा शुक्ला, सुभाष गुप्ता, जगदीश प्रसाद और रमा शंकर पटेल।
ये रहे मौजूद

इस मौके पर पीएम मोदी के नामांकन के दौरान जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के नेता भी साथ रहे।
काल भैरव का किया दर्शन-पूजन

बता दें कि इससे पहले वह काशी के कोतवाल काल भैरव का दर्शन-पूजन करने गए थे। वहां महंत राजेश त्रिपाठी ने भैरवाष्टक मंत्रोच्चार के बीच पूजन-अर्चन कराया। हालांकि मंदिर में प्रधानमंत्री महज दो से चार मिनट ही रहे। उन्हें समय का अच्छी तरह से भान था कि 11.30 बजे नामांकन स्थल पर पहुंचा है। ऐसे में एक तरफ महंत राजेश भैरवाष्टक का उच्चारण करते रहे और प्रधानमंत्री गर्भगृह से निकल गए।
मोदी सबसे ज्यादा वोट से जीते या न जीते, लोकतंत्र जीतना चाहिए

इससे पहले प्रधानमंत्री ने बूथ अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मोदी सबसे ज्यादा वोट से जीते या न जीते, लोकतंत्र जीतना चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि काशी को तो कल ही जीत लिया। उनका इशारा गुरुवार को उनके द्वारा किए गए मेगा रोड शो में उमड़े जनसैलाब की ओर था।
प्राथमिक स्कूल के बच्चों से भी मिले

कैंटोन्मेंट क्षेत्र के होटल में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद प्रधानमंत्री प्रोटोकाल तोड़ते हुए क्षेत्र के एक प्राथमिक स्कूल भी पहुंचे और बच्चों की कविता सुनी और उनके साथ कुछ देर तक बातचीत भी की।
इलाहाबाद, फूलपुर, बलिया को मिल चुका है यह गौरव
कहने को भले ही देश के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री बनारस से ही थे। लेकिन वह बनारस के सांसद कभी नहीं रहे। 1957 और 1967 में लाल बहादुर शास्त्री इलाहाबाद से से सांसद चुने गए। 1957 में शास्त्री जी को इलाहाबाद से 1,24896 और 1962 में 1,37324 वोट के साथ जनता ने संसद में भेजा था।
लालबहादुर शास्त्री के अलावा जवाहर लाल नेहरू दो बार प्रधानमंत्री बने जिसका श्रेय इलाहाबद (फूलपुर) को जाता है। पंडित नेहरू के अलावा चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री रहते हुए बलिया से लोकसभा चुनाव लड़ा था।

वाराणसी के अब तक सांसद
वर्ष सांसद पार्टी
1952 रघुनाथसिंह कांग्रेस
1957 रघुनाथसिंह कांग्रेस
1962 रघुनाथसिंह कांग्रेस
1967 सत्यनारायण सिंह भाकपा
1971 राजाराम शास्त्री कांग्रेस
1977 चंद्रशेखर जनता पार्टी
1980 कमलापति त्रिपाठी कांग्रेस (इंदिरा)
1984 श्यामलाल यादव कांग्रेस
1989 अनिल कुमार शास्त्री जनता दल
1991 शिरीषचंद्र दीक्षित भाजपा
1996 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
1998 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
1999 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
2004 डॉ. राजेश कुमार मिश्रा कांग्रेस
2009 डॉ. मुरली मनोहर जोशी भाजपा
2014 नरेंद्र मोदी भाजपा
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