पश्चिम बंगाल के चुनावी नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी का पूरा फोकस यूपी विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी के राष्ट्रीय नेता लगातार लखनऊ आ रहे हैं और सियासी माहौल को परख रहे हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में जिस तरह से यूपी का ध्यान रखा गया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री का काशी दौरा बीजेपी के चुनावी अभियान को धार देने का काम कर सकता है।
पीएम मोदी का कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बजे आईआईटी बीएचयू पहुंचेंगे। वहां वह 744 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और 839 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। यहां सभा को संबोधित भी करेंगे। 12.15 बजे वह सिगरा स्थित रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग सम्मेलन केंद्र का उद्घाटन करेंगे। यहां वह 500 विशिष्टजनों को संबोधित करेंगे। इसके बाद 2 बजे पीएम बीएचयू के एमसीएच विंग का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह चिकित्सा विशेषज्ञों और अफसरों से कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियों के बाबत बात करेंगे। इसके बाद वो बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिये रवाना हो जाएंगे
प्रमुख योजनाओं का लोकार्पण – रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
– 100 बेड का एमसीएच विंग बीएचयू
– वाराणसी-गाजीपुर थ्री लेन आरओबी
– बीएचयू में रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ आफ थैल्मोलाजी का निर्माण
– गंगा में दो रो-रो पैक्स शिप और एक जलयान
– गोदौलिया मल्टीलेवल पार्किंग
– डीडीयू अस्पताल में नया महिला अस्पताल
– पूर्वांचल का पहला स्मार्ट स्कूल
– छह स्थानों पर विशाल एलईडी स्क्रीन
– 84 घाटों पर स्मार्ट साइनेज
गोरखपुर को 133 परियोजनाओं की सौगात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर में 133 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 39.53 करोड़ के 48 कार्यों का शिलान्यास और 40.71 करोड़ की लागत से हुए 75 कार्यों का लोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया। ज्यादातर परियोजनाएं नगर निगम की हैं, जो ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को प्रत्येक क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं देने का भी भरोसा दिलाया। कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ की नीति पर काम करने वाली यूपी सरकार हर असहाय के साथ खड़ी है।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना से कई लोगों ने अपने स्वजन को खोया है। सरकार हर असहाय एवं निराश्रित के साथ खड़ी है। निराश्रित हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की घोषणा की गई है। इसके तहत चार हजार रुपये प्रतिमाह उनके भरण-पोषण के लिए दिए जाएंगे। जल्द ही इन बच्चों के विधिक अभिभावक के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। कई महिलाएं भी कोरोना के कारण निराश्रित हुई हैं, सरकार उनके लिए भी योजना बना रही है। उन्हें विधवा पेंशन उपलब्ध कराया जाएगा और योग्यता के अनुसार इन महिलाओं को आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता, रसोइया एवं सरकार की अन्य योजनाओं के तहत समायोजित कर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।