उक्त रक्तचाप से पीड़ित थे निषाद निषाद के परिवारजनों ने बताया कि वीरभद्र निषाद उक्त रक्तचाप से पीड़ित थे। बुधवार को अचानक उनकी तबियत खराब हुई। चिकित्सकों को घर बुलाकर दिखाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। गुरुवार को उनके आवास से हरिश्चंद्र घाट तक उनकी शवयात्रा निकाली गई। मुखाग्नि उनके जेष्ठ पुत्र राजेन्द्र निषाद ने दी।
निषाद समेत 4 लोग थे पीएम के प्रस्तावक 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के नामांकन के दौरान बीएचयू के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र और हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस गिरधर मालवीय सहित चार लोगों को नरेंद्र मोदी का प्रस्तावक बनाया गया था। इसमें जस्टिस मालवीय के अलावा पद्मभूषण से सम्मानित जाने-माने शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र, वीरभद्र निषाद (मल्लाह) और अशोक (बुनकर) को प्रस्तावक बनाया गया था।
इन्होंने दी श्रद्धांजलि कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, पार्दष राजेश यादव चल्लू, रवींद्र सिंह, राजीव यादव व बड़ी संख्या में भाजपा नेता वीरभद्र निषाद के शिवाला स्थित आवास पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। दो साल पहले पत्नी का हो चुका है निधन
स्वर्गीय निषाद की पत्नी का निधन दो वर्ष पूर्व हो चुका है। वे अपने पीछे छह पुत्र और दो पुत्री का भरा- पूरा परिवार छोड़ गए हैं।