पीएम नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय काशी दौरे पर शिक्षामित्रों के विरोध का साया मंडरा रहा था। २२ सितम्बर को शिक्षामित्रों को पीएम मोदी से मिलने की अनुमति मिल गयी थी, लेकिन उनकी पीएम के व्यस्थ कार्यक्रम के चलते भेंट नहीं हो पायी। शनिवार को शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल को पास देकर डीरेका के गेस्ट हाउस में बुलाया गया था, जिससे पीएम मोदी से उनकी भेंट करायी जा सके। इसी बीच पीएम मोदी पशुधन मेला का उद्घाटन करने के बाद शहंशाहपुर की जनसभा को संबोधित करने चले गये थे। जनसभा के दौरान ही वहां पर उपस्थित ३५ महिला शिक्षामित्रों ने हंगामा करके नारेबाजी की। शिक्षामित्रों ने मांग पूरी करो के नारे लगाये। सभा स्थल में काफी पीछे रीना सिंह के नेेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने महिला शिक्षामित्रों को पकडऩे का प्रयास किया तो कुछ पंडाल से बाहर निकल आयी और वहां पर काला कपड़ा उठाला, जिसे पुलिस वालों ने पकड़ लिया। एसपीआरए अमित कुमार ने बताया कि कुछ लोगों ने अव्यवस्था फैलाने का प्रयास किया था, उन्हें हिरासत में लिया गया है।
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शिक्षामित्र कर रहे सहायेक अध्यापक पद पर समायोजन की मांग
शिक्षामित्रों की प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की मांग है। सपा सरकार के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित कर दिया था, जिसके खिलाफ कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया था उसके बाद प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने भी शिक्षामित्रों के निरस्त समायोजन को सही माना था और आदेश जारी किया है कि शिक्षामित्रों को टीईटी पास करना अनिवार्य है,जिसमे सरकार कुछ वेटेज दे सकती है। इसके बाद से ही शिक्षामित्र समायोजन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
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शिक्षामित्रों की प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की मांग है। सपा सरकार के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित कर दिया था, जिसके खिलाफ कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया था उसके बाद प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने भी शिक्षामित्रों के निरस्त समायोजन को सही माना था और आदेश जारी किया है कि शिक्षामित्रों को टीईटी पास करना अनिवार्य है,जिसमे सरकार कुछ वेटेज दे सकती है। इसके बाद से ही शिक्षामित्र समायोजन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
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हंगामा करने वाले महिला शिक्षामित्रों के पास थे कार्यक्रम के पास
हंगामा करने वाली महिला शिक्षामित्रों के पास बकायदे कार्यक्रम का पास था और वह भगवा गमछा रख कर पंडाल में प्रवेश किया था। फिलहाल पुलिस सारे मामले की जांच में जुट गयी है।
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