पीएम मोदी ने कहा कि कहा कि शहीदों का ऋण उतारना सबसे मुश्किल है। मैं तो काशी आया ही इसी मकसद से हूं कि शहीदों के ऋण से मुक्ति के लिए बाबा विश्वनाथ और मां गंगे का आशीर्वाद ले सकूं। आप सब का (काशी की जनता) का आशीर्वाद हासिल कर सकूं।
इधर प्रधानमंत्री ने शहीदों का जिक्र किया और उधर जनता के बीच से पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। जनसभा में मौजूद जनता पूरे समय तक भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाती रही। इस बार प्रधानमंत्री का स्वागत भी जनता ने भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद से ही किया। हालांकि इसके जवाब में पीए ने खुद हर-हर महादेव का उद्घोष और बाबा विश्वनाथ को प्रणाम किया। उन्होंने आतंकवाद या आतंकवादी घटना का जिक्र तक नहीं किया। शहीद रमेश यादव को श्रद्धांजलि देने के बाद वह सीधे अपने किए कार्यों पर लौट आए। अलबत्ता पीएम से पहले रेल व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने जरूर कहा कि आतंकवाद पर मैं नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलेंगे।