वाराणसी

जुमे पर अमनचैन के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट, धर्मगुरुओं संग की बैठक

जुमे की नमाज से पूर्व पुलिस व प्रशासन अलर्ट मोड में है। ये दीगर है कि पिछले शुक्रवार को वाराणसी में सब कुछ शांति से निबट गया। लेकिन आसपास के जिलों में जिस तरह से हिंसात्मक घटनाएं हुईं उसे लेकर पुलिस प्रशासन बेहद अलर्ट है। जुमे की नमाज के दिन शहर से देहात तक अमनचैन कायम रहे, इसकी खातिर गुरुवार को पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के कैंप कार्यालय पर धर्म गुरुओं के साथ बैठक हुई। तो जानते हैं क्या तय हुआ या क्या दिशा निर्देश दिए गए…

वाराणसीJun 16, 2022 / 03:16 pm

Ajay Chaturvedi

धर्मगुरुओं संग पुलिस कमिश्नर व कलेक्टर की बैठक

बाराणसी. जुमे की नमाज के बाद शहर से ग्रामीण अंचल तक सांप्रदायिक सौहार्द, अमनचैन व शांति व्यवस्था कायम रहे इसे लेकर पुलिस प्रशान बेहद अलर्ट है। पिछले शुक्रवार को भी चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। एलआईयू को भी सतर्क किया गया था। यहां तक कि ड्रोन से भी निगरानी की गई थी। उधर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी अमनचैन की अपील की थी। नतीजा ये रहा कि सब कुछ शांति से निबट गया। अब कल शुक्रवार को जुमे के रोज भी शहर से ग्रामीण अंचल तक अमनचैन कायम रहे इसके लिए आज गुरुवार को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के कैंप कार्यालय पर धर्म गुरुओं के साथ बैठक हुई। इसमें कलेक्टर कौशलराज शर्मा भी मौजूद थे।
धर्मगुरुओं से सौहार्द कायम रखने की अपील

धर्मगुरुओं संग बैठक में पुलिस अधिकारियों ने शांति व सद्भाव के साथ जुमे की नमाज अदा करने की अपील की। उनसे ये भी कहा कि जुमे के रोज जिले भर में सभी से शांति बहाली के लिए प्रयत्न करने को भी कहा। कहा कि कहीं से किसी तरह की अफवाह उड़ाई जाती है तो उसकी सूचना तत्काल क्षेत्रीय पुलिस को दें।
शांति व्यवस्था कायम रखने को धर्मगुरुओं की बड़ी जिम्मेदारी

कलेक्टर कौशल राज शर्मा ने कहा कि हिंसात्मक गतिविधियों में लिप्त लोगों के विरुद्ध शासन ने कड़ा रुख अपनाया है। उपद्रवी तत्वों संग सरकार कैसे निबट रही है ये सर्वविदित है। लगातार ऐसे लोगों के आवास या अन्य भवनों को बुल्डोजर से जमींदोज किया जा रहा है। षड्यंत्रकारियों पर रासुका भी लगाया जा रहा है। हालांकि वाराणसी में अब तक हालात नियंत्रण में है। लिहाजा कोशिश ये हो कि आगे भी अमनचैन बना रहे। इसमें धर्मगुरुओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की। कहा कि युवाओं को समझाएं की वो किसी के बरगलाने में कतई न आएं।
नफरती संदेश फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने कहा कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक में पुलिस पूरी तरह से मस्तैद है। साथ ही स्थानीय खुफिया एजेंसी (एलआईयू) को भी एहतियातन मुस्तैद रहने को कहा गया है। वो भी पल-पल की घटनाओं पर नजर रख रहे हैं। हर क्षेत्र में फुट पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। पुलिस पिकेट लगाई गई है। सोशल मीडिया पर भी 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि नफरती संदेश फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निबटने की हिदायत दी गई है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि ह्वाट्सएप हो या फेसबुक अथवा ट्विटर या इंस्ट्राग्राम कोई फार्वर्डेड मैसेज की पड़ताल किए बगैर उसे आगे न बढाएं। उसकी हकीकत का पता लगाएं। ऐसे गैर जिम्मेदराना हरकतों की जानकारी क्षेत्रीय पुलिस को दें।
संत-महात्माओं ने की शांति की अपील

इस बीच शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद के हालात के मद्देनजर काशी धर्म परिषद की बैठक हुई जिसमें साधु-संतों ने शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। ये बैठक मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी की अपील पर आयोजित की गई। इस मौके पर धर्म परिषद के अध्यक्ष एवं पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास महाराज के सम्मुख मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक अफसर बाबा ने ज्ञानवापी के मुद्दे पर सच बोलने के बाद अपने ऊपर हुए हमले को लेकर पूरी घटना सुनाई।
परिषद की बैठक के केंद्नीय धर्माधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रस्ताव पारित कर मुस्लिम धर्मगुरुओं से समाज के लोगों को हिंसात्मक गतिविधि से रोकने की अपील की। कहा कि जुमे पर जो भी तकरीर हो उसको रिकॉर्ड किया जाए। देवबंदी मस्जिदों और मरकजों में जो जमाती बाहर से आए हैं, उनकी पहचान की जाए। काशी धर्म परिषद के संतों-महंतों ने बालक दास की अगुवाई में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था सुभाष चंद्न दुबे को जुमे की नमाज के रोज शांति व्यवस्था बनाये रखने से संबंधित पत्रक सौंपा।
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