शिवसेना के फायरब्रांड नेता अरुण पाठक के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने अस्सी घाट से तिरंगा लेकर जुलूस निकाला था। जुलूस अभी लोलार्क कुंड के पास पहुंचा था कि वहां पर खड़ी पुलिस ने जुलूस को रोक दिया। शिवसैनिकों के साथ पुलिस व पीएससी के साथ नोकझोंक व हाथापाई तक हुई। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने शिवसैनिकों को गिरफ्तार कर दिया। अरुण पाठक ने कहा कि हर साल हम लोग यहां पर राष्ट्रध्वज फहराने का प्रयास करते हैं लेकिन पुलिस ऐसा नहीं करने देती हे। जुलूस में दर्जनों मुस्लिमों को भी शामिल किया गया था, फिर भी पुलिस ने तिरंगा नहीं फहराने दिया। अरुण पाठक ने कहा कि शिवसैनिक कभी काशी को कश्मीर नहीं बनने देंगे। हमें अपने देश में ही तिरंगा नहीं फहराने दिया जा रहा है तो क्या पाकिस्तान जाकर तिरंगा फहराये।
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शिवसेना का दावा, जुलूस निकालने के लिए मांगी थी अनुमति
शिवसेना का दावा है कि माधवराव धरोहर पर तिरंगा फहराने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक से अनुमति मांगी गयी थी इसके लिए पत्र भी लिखा गया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद शिवसैनिकों ने देश के सम्मान के लिए तिरंगा यात्रा निकाली। माधवराव धरोहर राष्ट्रीय धरोहर है और यहां पर हम किसी धर्म का झंडा नहीं फहराने जा रहे थे बल्कि यहां पर राष्ट्रधवज फहराना चाहते हैं। इसके बाद भी हम लोगों को अनुमति नहीं दी जा रही है।
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शिवसेना का दावा है कि माधवराव धरोहर पर तिरंगा फहराने के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ तक से अनुमति मांगी गयी थी इसके लिए पत्र भी लिखा गया था लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद शिवसैनिकों ने देश के सम्मान के लिए तिरंगा यात्रा निकाली। माधवराव धरोहर राष्ट्रीय धरोहर है और यहां पर हम किसी धर्म का झंडा नहीं फहराने जा रहे थे बल्कि यहां पर राष्ट्रधवज फहराना चाहते हैं। इसके बाद भी हम लोगों को अनुमति नहीं दी जा रही है।
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