आम आदमी की तरह घूमे पुलिस आयुक्त दोपहर में पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी परखने के लिए बगैर नंबर की सफेद कार और लाल शर्ट व काली पैंट पहने पुलिस आयुक्त ने चेहरे को मास्क पहने अपने कैंप कार्यालय से बिना किसी को बताएं निकल पड़े। सिर्फ चालक को साथ लेकर शहर में निकले पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने कैंट से होते हुए थानों और चौकियों की पड़ताल करते हुए लंका में पहुंचे।
खाली मिले पुलिस बूथ पुलिस आयुक्त ने रियलिटी चेक करना चाहा तो अधिकतर थानों में पुलिसकर्मी नहीं थे। पुलिस बूथ भी खाली मिले। वाराणसी के व्यस्त एरिया लंका में लगने वाले जाम और पुलिस के रवैया के प्रति स्ट्रीट वेंडर और स्थानीय दुकानदारों से बातचीत की तो फीडबैक बहुत अच्छा नहीं मिला। हाल के दिनों में अतिक्रमण हटाए जाने के पुलिस के अभियान को पब्लिक ने काफी सराहा। आटो और ई-रिक्शा की मनमानी भी पुलिस आयुक्त को दिखी। पैदल घूमते हुए पुलिस आयुक्त के इस गोपनीय जांच में माना जा रहा है कि आगामी क्राइम मीटिंग में थानेदारों के पेंच कसे जाएंगे।
चौराहे पर बढ़ेगी पुलिस की संख्या पुलिस आयुक्त ने कुछ दुकानदारों से भी बातचीत में पुलिसकर्मियों के बारे में राय लेने का प्रयास किया। दुकानदार ने कहा कि पुलिस चाह जाए तो जाम न लगे, सिर्फ ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के भरोसे छोड़ने से जाम का समाधान संभव नहीं है। पुलिसकर्मियों के कार्य में लापरवाही को देखते हुए पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने संबंधित थानेदारों को निर्देशित किया गया कि शाम के वक्त ट्रैफिक के साथ ही सिविल पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए। चौराहों के पास बेतरतीब तरीके से आटो और ई-रिक्शा न खड़े हो।