कोरोना काल में खुद हुए थे बेरोजगार, अब सैंकड़ों को दे रहे रोजगार, जानिए काशी के होनहार की सफलता का राज
वाराणसीPublished: Oct 27, 2023 08:23:39 pm
वाराणसी के बड़ागांव इलाके के चंगवार गांव के जेपी दुबे के पुत्र प्रवीण दुबे युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरे हैं। प्रवीण स्नातक हैं और कोरोना काल में जब ये जॉबलेस हुए तो ये डिप्रेशन में नहीं गए बल्कि कुछ ऐसा किया कि अब सैंकड़ों युवाओं को ये रोजगार बांट रहे हैं और इनके चर्चे विदेश तक हैं।


Varanasi News
वाराणसी। देश में सिर्फ शहरी क्षेत्र के लोग ही स्टार्टअप से अपना सपना साकार नहीं कर रहे हैं बल्कि ग्रामीण परिवेश के लोग भी अपना ही नहीं औरों का भी सपना अपने स्टार्टअप से साकार कर रहे हैं। उन्ही में से एक हैं काशी के रहने वाले प्रवीण दुबे। बड़ागांव थानाक्षेत्र के चंगवार गांव के रहने वाले जेपी दुबे और आरती दुबे के बेटे प्रवीण दुबे का स्टार्टअप इन दिनों देश और दुनिया में आईटी सेक्टर में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोरोना काल में बेरोजगार हुए काशी विद्यापीठ के स्नातक प्रवीण ने सिर्फ अपने ही भविष्य के लिए नहीं बल्कि औरों के भविष्य के लिए सोचा और वेबक्लिक्स नामक स्टार्टअप आईटी सेक्टर में शुरू किया। नोएडा से शुरू हुई यह कंपनी धीरे-धीरे आईटी के क्षेत्र में कामयाब हुई और आज हर किसी की जुबान पर इसका नाम है। प्रवीण ने सैंकड़ों ऐसे बेरोजगारों को जॉब दी जो कोरोना के बाद घर में थे और डिप्रेस्ड थे।