बता दें कि एनसीईआरटी पैटर्न लागू होने के बाद पहली बार यूपी बोर्ड की परीक्षाएं नए पैटर्न से होंगी। यूपी बोर्ड एनसीईआरटी के अलावा सीबीएसई पैटर्न को भी लागू कर चुका है। ऐसे में अब परीक्षा ही नहीं परीक्षा पैटर्न में भी तब्दील हो रही है। सबसे बडी बात यह है कि इस बार छात्रहित का भी खयाल रखा गया है। यहां यह भी बता दें कि पिछले सप्ताह लखनऊ में हुई शिक्षाधिकारियों की बैठक में डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने सभी को यह हिदायत दी है कि सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड में भी प्री बोर्ड परीक्षा कराई जाए। परीक्षा से पहले कोर्स खत्म कर लिए जाएं। शिक्षकों को बोर्ड एग्जाम के पैटर्न बता दिए जाएं ताकि बोर्ड के पैटर्न पर ही प्री बोर्ड की परीक्षाएं कराई जाएं।
बैठक से लौटे अधिकारियों ने बताया कि यूपी बोर्ड के इतिहास में पहली बार प्री बोर्ड एग्जाम होंगे। ये एग्जाम जनवरी में होंगे। इसकी तैयारी के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। प्रधानाचार्यों से स्पष्ट कर दिया जाए कि वो हर हाल में दिसंबर अंत तक कोर्स खत्म कर लें। साथ ही नए पैटर्न पर प्री बोर्ड के पेपर तैयार कर लें। इसे लेकर स्कूलों में तैयारी शुरू हो गई है। सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ विश्वनाथ दुबे ने बताया कि कोर्स लगभग पूरा हो चुका है। अब नए पैटर्न के हिसाब से प्री बोर्ड एग्जाम के पेपर तैयार करने की प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी।