– प्रत्येक विद्यालय में 01 प्रधानाध्यापक व न्यूनतम 05 सहायक अध्यापक की व्यवस्था की जाय
– विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं फर्नीचर, विद्युत पंखे, शुद्ध पेयजल, चहारदीवारी ,प्रत्येक विद्यालय में लिपिक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की व्यवस्था
-प्रेरणा एप प्रणाली जो निजता का उल्लंघन है पर तत्काल रोक
-प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के संविलियन पर रोक
-न्यूनतम मूल.वेतन 17140 व 18150 लंबे समय से लंबित है जिसका निस्तारण हो
– राज्य कर्मचारियों की भांति कैशलेस चिकित्सा सुविधा एवं एसीपी. का लाभ मिले
– ग्रीष्मावकाश के स्थान पर शिक्षकों को 40 दिन उपार्जित अवकाश व प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को अवकाश मिले
-प्रत्येक विद्यालय पर शिक्षकों को उनके वेतन क्रम के आधार पर आवासीय सुविधा व्यवस्था प्रदान की जाय
– विद्यालयों का बेसिक शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागों से कराए जा रहे निरीक्षण के नाम पर शोषण बंद हो
उन्होंने कहा कि प्रेरणा ऐप में शिक्षकों या विद्यालय की समस्याओं से संबंधित सूची दिए जाने की कोई भी व्यवस्था नहीं है और सेल्फी द्वारा जो भी फोटो भेजे जाएंगे उसकी सुरक्षा के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है और उक्त व्यवस्था का संचालन भी योग्य व्यक्ति द्वारा नहीं कराया जाना है जिससे शिक्षकों को भारी आपत्ति है।
बैठक में शिक्षकों द्वारा सर्वसम्मति से संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद्र शर्मा व महामंत्री संजय सिंह के निर्देश को पूणंरूपेण स्वीकार किया गया। सभी शिक्ष्ाक 21 जनवरी 202 को सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन में भाग लेगें।
बैठक में जिला कोषाध्यक्ष कौशल कुमार सिंह, ब्लॉक मंत्री अनूप सिंह, राजेश कुमार, सूर्यप्रसाद शर्मा, शांतेश्वर मिश्र, दरोगा सिंह, सिद्धनाथ पांडेय, ललित कुमार, शैलेंद्र सहाय, पारितोष सिंह, शशांक पांडेय, राजन मौर्य, राजकुमार, सरिता राय, प्रेम लता यादव आदि मौजूद रहे।