प्रियंका गांधी सोनभद्र जाने पर अड़ींप्रियंका की गिरफ्तारी सुन कर कांग्रेस समर्थक पहुंचे धरना स्थल परनारायणपुर से जबरन ले जाया गया चुनार किलाकांग्रेस नेताओं को घसीट कर किया गया किनारेप्रियंका गांधी बनारस भी पहुंची और बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती घायलों का हाल जाना
priyanka gandhi
वाराणसी/ मिर्जापुर. सोनभद्र के घोरावल इलाके की उम्भा बस्ती जो आदिवासियों की बस्ती है। वहां तीन दिन पहले हुआ नरसंहार अब यूपी सरकार और पुर्वांचल प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। सियासत तेज हो गई है। इस नरसंहार के बाद से गांव में सियापा छाया है। ग्रामीण आदिवासी डरे-सहमे है। इसी बीच इसे राजनीतिक रंग देते हुए कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी अचानक शुक्रवार की सुबह बनारस पहुंचती हैं। यहां वह बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती नरसंहार में घायल सोनभद्र निवासियों से मिलती हैं। यहां भी पुलिस प्रशासन उन्हें अपने घेरे में ही रखता है, यहां तक कि मीडिया से भी दूर। वाराणसी से सोनभद्र जाते वक्त प्रियंका गांधी को नारायणपुर पुलिस चौकी के पास मिर्जापुर पुलिस रोक देती है। उन्हें आगे जाने से मना कर दिया जाता है। सोनभद्र जाने से रोके जाने से खफा प्रियंका वहीं पार्टी नेताओं संग चिलचिलाती धूप में बीच सड़क पर धरने पर बैठ जाती हैं। वह पुलिस प्रशासन से जानना चाहती हैं कि उन्हें क्यों रोका गया। उन्हें बताया जाता है कि सोनभद्र की बुधवार की घटना के बाद धारा 144 लगा है। इस पर भी वह सवाल करती हैं धारा 144 सोनभद्र में तो मिर्जापुर में क्यों रोका गया। वह धरने से उठ कर समर्थकों संग सोनभद्र जाने लगती हैं तो प्रशासन उन्हें हिरासत मे लेकर कर चुनार किला ले जाता है। इस दौरान कांग्रेस नेता गाड़ी के आगे लेट जाते हैं तो उन्हें जबरन घसीट कर किनारे कर चुनार किला पहुंचाया जाता है प्रियंका गांधी को।
प्रियंका गांधी पार्टी नेताओं संग चुनार किला गेट पर फिर से धरने पर बैठ जाती हैं। वह सोनभद्र जाने पर अड़ी हैं। उनका कहना है कि वह चार लोगो के साथ उन पीड़ितों से मिलना चाहती हैं। उनका दर्द जानना चाहती हैं। वह कहती हैं कि बनारस के ट्रामा सेंटर में एक बच्चे से मिलीं जो उनके बेटे जैसा है। बच्चे के पैर में गोली लगी है। वह प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए बनारस मीडिया के सामने सिर्फ इतना बोल पाती हैं कि प्रदेश में जंगल राज है। बीएचयू के ट्रामा सेंटर में महज पांच मिनट ही उन्हें मिलता है। सुरक्षा घेरे में ही उन्हें कार में बिठा कर सीमा पार करा दिया जाता है।
ये भी पढें-प्रियंका गांधी अरेस्ट, पुलिस ले गई चुनार किला वाराणसी से सोनभद्र जाते नारायणपुर में प्रियंका के काफिले को रोकने पर वो सभी धरने पर बैठ जाते हैं। लगभग आधे घंटे तक धरने पर बैठने के बाद प्रियंका गांधी पार्टी नेताओं संग सोनभद्र जाने को उठ खड़ी होती हैं तो नारायणपुर से मिर्जापुर जाते समय उन्हें दोबारा रोका जाता है। यहां से एसडीएम चुनार सत्यप्रकाश सिंह प्रियंका को हिरासत में लेते हैं। प्रियंका को चुनार ले जाते समय कांग्रेस कार्यकर्ता उनके गाड़ी के सामने लेट गए और जमकर नारेबाजी की। वहां मौजूद पुलिस टीम ने सड़क पर लेटे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घसीटते हुए सड़क के किनारे कर दिया।
ये भी पढें-प्रियंका गांधी ने कहा, यूपी में है जंगल राज, सोनभद्र नरसंहार में गोली खाने वाले बच्चे मेरे बेटे जैसे रामराज सिंह के नेतृत्व में बाइपास त्रिमोहानी नरायनपुर में प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए जुटे सैकड़ों लोगों ने जब प्रियंका गांधी को रोके जाने की खबर सुनी तो धरना स्थल पर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इसमें मुख्य रुप से ललितेश पति त्रिपाठी, रामराज सिह पटेल के साथ अशोक दीक्षित, जगदीश राय, कमला गुप्ता, रणजीत सिह, राजेश निषाद, डा. सीबी तिवारी, हनीफ खान, हरसुपति सिह आदि शामिल थे।
इससे पूर्व प्रियंका गांधी के सुबह 10.30 बजे बनारस पहुंचने पर यूपी विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय, रामनगर पालिका की चेयरमैन रेखा शर्मा, यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राेघवेंद्र चौबे, निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष सीताराम केशरी, एनएसयूआई नेता विकास सिंह आदि मौजूद रहते हैं।
सोनभद्र हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार: प्रियंका गांधी प्रियंका ने कहा कि सोनभद्र में धारा 144 लगने की स्थिति में मैं 3 लोगो के साथ परिजनों से मिलने वहां जाऊंगी जिससे धरा 144 का उलंघन न हो सके। उन्होंने कहा जिस तरह से सोनभद्र के घोरावल क्षेत्र में जमीनी विवाद में नर संहार किया गया उसकी कांग्रेस जमकर भर्त्सना करती है। नर संहार में जिनकी भी मौत हुई है उनके परिजनों के पुनर्वास की व्यवस्था संग सरकार मुआवजा दे।