प्रियंका गांधी ने कहा कि रामनगरी अयोध्या में कहा कि, मैंने लोगों से पूछा कि क्या पीएम वाराणसी के गांवों का दौरा करते हैं, तो मुझे जवाब मिला कि वह नहीं जाते। कहा कि लोगों का जवाब सुन कर मैं चकित रह गई। कारण प्रधानमंत्री का प्रचार ऐसा है कि मुझे लगा कि वह कुछ कर रहे होंगे। उन्होंने पूरी दुनिया का दौरा किया और सभी को गले लगाया, लेकिन अपने स्वयं के लोगों को गले नहीं लगाया। प्रियंका ने किसानों का मुदा उठाते हुए कहा कि इस सरकार में हिम्मत नहीं है कि आपकी आवाज सुने। कहा कि सत्य को कोई दबा नहीं सकता न कोई खत्म कर सकता है और न ही इसे छिपा सकता है। मैंने सत्य किसानों की आंखो में देखा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने आपको मनरेगा दिया। लेकिन जब मनरेगा कांग्रेस की सरकार ने बनाया था, तो मकसद था कि हर परिवार को 100 दिन का रोजगार मिलना तय हो। मोदीजी आए तो उन्होंने कहा कि मनरेगा जैसी योजना के लिए पैसे नहीं हैं। आज मनरेगा में जो रोजगार करता है, उसे छह-छह महीने पैसे नहीं मिलते हैं। ये गलती से नहीं हुआ है, ये जानबूझकर किया जा रहा है। ये ऐसी सरकार है जो आपका रोजगार छीनती है। कांग्रेस ने न्याय योजना का एलान किया है। जब ये घोषणा हुई तो भाजपा की सरकार ने कहा कि ये सब चुनावी जुमले हैं। देश में इसके लिए पैसा नहीं है। वहीं, प्रियंका गांधी ने लोगों से सवाल करते हुए कहा कि ये राजनीति आपको दुर्बल बनाती है। ऐसी राजनीति जो आपको न चाहे उसका क्या करना चाहिए? लोकतंत्र और संविधान किस लिए बनाए गए हैं। इस बार वोट डालने जाते समय सोचकर दीजिएगा।