बता दें कि बीएचयू के बरकछा मिर्जापुर स्थित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में कुछ दिन पहले ही एक घटना सामने आई जिसके तहत बीएचयू की डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रो किरण दामले ने परिसर में चल रही आरएसएस की शाखा के दौरान लगा झंडा उतार दिया था। उसके बाद आरएसएस स्वयंसेवक आग बबूला हो गए। स्वयंसेवकों ने डीप्टी चीफ प्रॉक्टर के दफ्तर को घेर लिया और प्रदर्शन करने लगे। इतना ही नहीं इलाके के आरएसएस जिला कार्यवाह ने इलाकाई थाने में चीफ प्रॉक्टर के विरुद्ध एफआईआर दी जिसके बिना पर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया। बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय आरएसएस कार्यवाह ने डिप्टी चीफ प्रॉक्टर पर देश द्रोह का आरोप लगाया है। इस पूरी वारदात के बाद डिप्टी चीफ प्रॉक्टर ने पद से इस्तीफा दे दिया है।
बीएचयू के साउथ कैंपस की प्रोफेसर किरण दामले को आरएसएस का झंडा न लगाने देने पर डिप्टी चीफ प्रॉक्टर के पद से मुक्त कर दिया गया है। बीएचयू के सभी प्रोफेसरों ने हमेशा की तरह इस मसले पर चुप्पी साधना ठीक समझा है। अब यह मामला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राकेश भटनागर के पाले में है।
ये भी पढें- RJD Rajya Sabha MP प्रो मनोज आए बीएचयू की डिप्टी चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर किरण दामले के पक्ष में, कही ये बड़ी बात… इस प्रकरण पर वह आरजेडी सांसद और दिल्ली विश्वविद्यालय ने बीएचयू बज नामक ट्विटर हैंडल पर वीडियो ट्वीट किया है। इस ट्वीट में प्रो झा, बीएचयू की डिप्टी चीफ प्रॉक्टर किरण दामले के पक्ष में खड़े हुए हैं। उनका कहना है, “भारतीय केवल एक ही झंडे का प्यार और सम्मान करते हैं जिसका नाम है – तिरंगा। भारत के किसी भी विश्वविद्यालय में और कोई झंडा नही लगाने देना चाहिए”
अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने तंज किया है, “मालवीयजी के अँगने में शाखा का क्या काम है? सारे कानून तोडना आरएसएस का काम है।”