-नौकरीपेशा से लेकर विद्यार्थी तक हलकान-नागरिकों ने की आरओबी की मांग-रेल परामर्श दात्री समिति के सदस्य ने रेल अफसरों को लिखा पत्र
राजातालाब रेलवे क्रासिंग पर जमा भीड़
वाराणसी. राजातालाब- जक्खिनी पंचकोशी मार्ग के राजातालाब रानी बाजार रेलवे क्रासिंग पर प्रतिदिन लगने वाले जाम से लोग आजिज आ चुके हैं। ट्रेनों के आवागमन से रेलवे फाटक बंद होने पर विद्यार्थियों और आमजनों को काफी दिक्कत हो रही है। विभिन्न दफ्तरों में काम करने वाले समय से कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे है।
पूर्वोत्तर वाराणसी मंडल के राजातालाब रेलवे स्टेशन के पश्चिम में जक्खिनी- पंचकोशी मार्ग स्थित रानी बाजार रेलवे क्रासिंग का फाटक ट्रेनों के आवागमन से अक्सर बंद रहता है। इसके कारण मार्ग से गुजरने वालों को कठिन परेशानियों का प्रतिदिन सामना करना पड़ रहा है। राजातालाब के आसपास क्षेत्रों से विभिन्न कालेज व महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं रेलवे फाटक बंद रहने से कॉलेज देर में पहुंचते हैं। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पहुंचने में देरी हो जाती है। समयाभाव के कारण पूरा प्रश्न पत्र का उत्तर नहीं लिख पाते। यहां स्थित सरकारी गैर सरकारी कार्यालयों सहित फैक्ट्रियों एवं दैनिक मजदूर कार्यरत हजारों श्रमिकों को सुबह नौ से 10 बजे तक अपने ड्यूटी पर पहुंचना रहता है जो समय से नहीं पहुंच पाते। ड्यूटी समय से न पहुंचने पर उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। रेलवे क्रासिंग पर प्रतिदिन आवागमन बाधित होने से लोग हलकान व परेशान हो गए हैं, जिससे निजात पाने के लिए यहां राजातालाब स्टेशन के पास रानी बाजार रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग तेज हो गई है।
ओवरब्रिज बनने से दूर होगी समस्या यहां के निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि राजातालाब में हजारों लोग प्रतिदिन आते जाते हैं। राजातालाब चार जिलों को जोड़ता है मिर्जापुर इलाहाबाद भदोही एवं वाराणसी। यहां पूर्वांचल की सबसे बड़ी सब्जी मंडी व ग्रामीण क्षेत्रों की सबसे बड़ी गल्ला मंडी भी है। यहां आधा दर्जन से अधिक बैंक व तहसील, ब्लाक, बीआरसी कई प्राईवेट स्कूल, इंटर कॉलेज, आईटीआई, डिग्री कॉलेज, कई फैक्ट्री आदि है जिस कारण इस रोड पर चौबीसों घंटा आवागमन रहता है विगत 6 महीने पहले लोकनिर्माण विभाग द्वारा सड़क की निर्धारित चौड़ाई 40 फीट के अंदर के निर्माण (अतिक्रमण) हटाए बिना नाला और सड़क बनाने के चलते महज 14 15 फीट की चौड़ाई की सड़क रह गई है। उसके बाद नाली का निर्माण काफी धीमी गति से कराया जा रहा है स्थानीय लोगों ने कई बार आला अधिकारियों के समक्ष शिकायत की लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।
बताया कि यहां प्रतिदिन दर्जन भर से अधिक मेल, एक्सप्रेस व पैसेंजर्स तथा मालगाड़ी का आवागमन होता है, जिसके कारण रेलवे फाटक बंद रहता है। ऐसे में समस्या का समाधन एक ही कि रेवल क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाया जाए तभी राजातालाब- जक्खिनी पंचक्रोशी मार्ग पर आवागमन की समस्या दूर हो पाएगी। राजकुमार गुप्ता ने पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को इस फाटक पर आरओबी बनाने का प्रस्ताव भी दिया था जिसका सर्वे भी कराकर आरओबी स्वीकृत भी कर दिया गया था। रेलवे लाइन पर दोहरीकरण के साथ ही विद्युतीकरण भी किया जा रहा है जो कुछ महीनों बाद संचालन की स्थिति में हो जाएगा तब स्थिति और भयावह हो जाएगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के रेल परामर्श दात्री समिति के सदस्य पी के सिंह ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को देखा है और इस संबंध में रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर तत्काल उचित निर्णय लेते हुए राजातालाब रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग की है। पीके सिंह ने इस संबंध में रेल मंत्रालय को भी अपने सुझाव से अवगत करा दिया है।