बता दें कि लॉकडाउन के बाद से ही दिल्ली मुम्बई समेत देश के अलग अलग शहरों से लोगों का अपने गांवो के तरफ आना शुरू हो गया। कई बार कहने के बाद भी ये न जांच कराने सेंटर पहुंच रहे थे और न ही अपने घरों के भीतर अकेले रह रहे थे। इसे लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के विद्यालयों की बैठक बुलाई।
बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यो को आदेश देकर स्कूलों की साफ-सफाई शुरू कराई। स्कूलों में मिड-डे मील बनाने वाले रसोइयों को बुलाकर खानपान की व्यवस्था की तैयारी करने को कहा गया। सीडीओ ने बताया की इस काम में गांव के प्रधानों को भी लगा दिया गया है। उनके जरिये बेड आदि की व्यवस्था कराई का रही है। बाहर से आने वाले लोगों को यहां 14 दिन तक रखने के दौरान सोशल डिस्टेसिंग सुनिश्चित की जाएगी। जांच के बाद ही घर जाने दिया जाएगा।
ड्यूटी लर लगाए जाएंगे प्रधानाचार्य बेसिक शिक्षाधिकारी राकेश सिंह ने बताया की इन क्वॉरेंटाइन सेंटरों की निगरानी के लिए संबंधित स्कूलों के प्रधानाचार्यों की ड्यूटी लगाई जाएगी। भोजन आदि की सुविधा बेहतर होगी।