दरअसल पूर्वांचल के यात्रियों को इस सौगात का लंबे समय से इंतजार था। उधर रेलवे भी युद्ध स्तर पर काम में जुटा रहा कि कैसे भी हो पूर्वांचल के रेल यात्रियों को जल्द से जल्द बेहतरीन सौगात दी जाए। अब रेलवे अपने मकसद में कामयाब हो चुका है और अब महज दो दिन बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश के यात्रियों की बल्ले-बल्ले होने वाली है।
बता दें कि पूर्वांचल के रेल यात्रियों को लंबे समय से इंतजार था कि प्रयागराज से दक्षिण और मध्य भारत को जोड़ने वाले प्रमुख रेलमार्ग प्रयागराज- मानिकपुर-झांसी पर तेज रफ्तार वाली कोई ट्रेन मिल जाय। और यह काम तभी हो सकता था जब इस लाइन का पूरी तरह से विद्युतीकरण हो जाए। वह काम अब पूरा हो गया है। दशहरा के दिन से ही इस रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजिन वाली ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
इलेक्ट्रिक इंजिन से पहली यात्री ट्रेन के रूप में दिल्ली से मानिकपुर के लिए चलने वाली गाड़ी संख्या 12448 निजामुद्दीन-मानिकपुर उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का संचालन किया जाएगा। 8 अक्टूबर को मानिकपुर से वापसी में गाड़ी संख्या 12447 मानिकपुर-निजामुद्दीन उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस चलेगी। इसके साथ ही चरणबद्ध तरीके से अगले कुछ महीनों में छिवकी और प्रयागराज से झांसी की ओर चलने वाली सभी ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजिन से चलने लगेंगी। इसमें इलाहाबाद जंक्शन से मुंबई जाने वाली तुलसी एक्सप्रेस भी शामिल होगी।
पीआरओ के अनुसार इस रूट पर 07 अक्टूबर 2019 से एक्सप्रेस यात्री गाडियों का संचालन विद्युत इंजन से शुरू कर दिया जाएगा। गाड़ी संख्या 12448 निजामुद्दीन- मानिकपुर उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस का संचालन07.10.19 से और गाड़ी संख्या 12447 मानिकपुर- निजामुद्दीन उत्तर प्रदेश संपर्क क्रान्ति एक्सप्रेस का संचालन 08.10.19 से प्रारंभ होगा।
इसके अलावा सप्ताह में तीन दिन चलने वाली गाड़ी संख्या 12175 हावड़ा – ग्वालियर चंबल एक्सप्रेस हावड़ा से 08.10.19 और गाड़ी संख्या 12176 ग्वालियर- हावड़ा चम्बल एक्सप्रेस ग्वालियर से 10.10.19 तथा साप्ताहिक गाड़ी संख्या 12177 हावड़ा- मथुरा 11.10.19 से एवं गाड़ी संख्या 12178 मथुरा- हावड़ा दिनांक 14.10.19 से विद्युत कर्षण से संचालित होंगी। विद्युत उर्जा पर्यावरण संरक्षण में सहायक होती है, इसके उपयोग से कार्बन के उत्सर्जन में कमी के साथ विभिन्न प्रकार के प्रदूषण भी कम होंगे. साथ ही डीजल खपत कम होने से रेलवे को भी फायदा होगा।
बता दें कि झांसी से नई दिल्ली और भोपाल, इटारसी रेलमार्ग पहले से ही विद्युतीकृत है। ऐसे में इस रूट की सभी यात्री और गुड्स ट्रेनें इंलेक्ट्रिक इंजिन से चलने लगेंगी। मार्च 2020 के बाद मानिकपुर-जबलपुर-इटारसी रेल खंड के पूरा हो जाने पर प्रयागराज से मुंबई, पुणे, गोवा, चेन्नई, बंगलौर, हैदराबाद और केरल जाने वाली ट्रेनों से भी डीजल इंजिन हमेशा के लिए हट जाएंगे।
यहां यह भी बता दें कि रेलवे बड़ी लाइन के छोटे-बड़े सभी रेलमार्गों का विद्युतीकरण कर रहा है। इसमें प्राथमिकता के तौर पर पूर्व में घोषित हो चुके कार्यों को पहले पूरा किया जा रहा है। मानिकपुर-झांसी और बांदा-कानपुर रेलमार्ग भी इसी का हिस्सा है। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय के मुताबिक बांदा-झांसी सेक्शन का विद्युतीकरण पहले ही पूरा हो चुका था, इस सेक्शन पर बांदा-झांसी पैसेंजर को विद्युत इंजन से संचालित किया जा रहा है। अब बांदा-मानिकपुर खंड के विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा हो गया है। इलाहाबाद और छिवकी से मानिकपुर के बीच पहले ही विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका था इसलिए अब हावड़ा, पटना, इलाहाबाद जंक्शन से झांसी, ग्वालियर, आगरा, मथुरा, भोपाल, मुंबई की ओर संचालित ट्रेनों का चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक इंजिन से संचालन शुरू कर दिया जाएगा।