रैंप ओवर ब्रिज न होने से बुजुर्गो और विकलांगों को होगी परेशानी रेल कर्मियों का कहना है कि रेलवे कॉलोनी निवासियों के लिए एफओबी एकमात्र सहारा है, क्योंकि रेल फाटक अत्यधिक गाड़ियों के संचालित होने के कारण ज्यादातर समय बंद ही रहता है। ऐेसे में फुट ओवर ब्रिज बनने के बाद फाटक को स्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में अगर रैंप ओवर ब्रिज न बना तो दोपहिया और तीन पहिया वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी होगी। जरूरतमंद, बीमार और विकलांग लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। लिहाजा रैंप ओवर ब्रिज निर्माण बेहद जरूरी है।
ये भी पढे- यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के पेपर आउट के बाद व्यवस्थागत बड़ा बदलाव, वित्तविहीन विद्यालयों के प्रधानाचार्य नाराज विरोध प्रदर्शन करने वालों में ये रहे शामिल विरोध प्रदर्शन करने वालों में बासुदेव भट्टाचार्य, शिवम, संजीव सिंहा, हर्षवर्धन, प्रदीप सिंह, सुनील दूबे, रामनरेश, विष्णु, राकेश श्रीवास्तव, राज, शुभम, धिरेंद्र सहित दर्जनों कर्मचारी व कर्मचारियों के परिवार के लोग शामिल रहे।
ये भी पढें- नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने नेपाली मंदिर में बाबा पशुपतिनाथ का दर्शन-पूजन किया ये भी पढें- नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा का बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में भव्य स्वागत