पूर्वांचल में बारिश नहीं होने से स्थिति बेहद खराब हो गयी थी। पिछले एक सप्ताह से हुई बारिश ने सभी को राहत पहुंचायी है। जुलाई के पहले पखवारे में बेहद कम बारिश हुई थी इसके चलते बारिश होने के बाद भी जुलाई को कोटा पूरा नहीं हो पाया है। बारिश ने किसानों को फौरी राहत तो दे दी है लेकिन धान की अच्छी फसल के लिए बारिश का पानी पर्याप्त नहीं हो पा रहा है जब तक झमाझम बारिश का कई दौर नहीं चलेगा। तब तक राहत नहीं मिलने वाली है। शहर के लोगों के लिए इतनी ही बारिश आफत का सबब बन चुकी है। सड़कों की हालत खराब हो गयी है और सीवर ओवरफ्लो होने से सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। शहर के लिए बारिश परेशानी का सबब बन जाती है लेकिन बेहतर पर्यावरण के लिए अच्छी बारिश होना बहुत जरूरी है।
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जानिए क्या कहा मौसम वैज्ञानिक ने
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि पूर्वांचल में अभी भी सामान्य से 43 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पश्चिम यूपी में अच्छा सिस्टम बना हुआ है इसलिए वहां पर दो दिन से जमकर बारिश हो रही है। बनारस में तीन से चार दिन तक कही तेज व कही पर हल्की बारिश हो सकती है इस बीच धूप भी निकलेगी और बादल भी छाये रहेंगे। एक नया सिस्टम बन रहा है जिससे ३१ जुलाई व एक अगस्त से झमाझम बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
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मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि पूर्वांचल में अभी भी सामान्य से 43 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पश्चिम यूपी में अच्छा सिस्टम बना हुआ है इसलिए वहां पर दो दिन से जमकर बारिश हो रही है। बनारस में तीन से चार दिन तक कही तेज व कही पर हल्की बारिश हो सकती है इस बीच धूप भी निकलेगी और बादल भी छाये रहेंगे। एक नया सिस्टम बन रहा है जिससे ३१ जुलाई व एक अगस्त से झमाझम बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
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