फिलहाल प्रतापगढ़ में चुनाव कोई भी हो, कैसा भी हो पर कुंडा की चर्चा के बगैर अधूरा ही रहता है। कुंडा के हर छोटे से बड़े चुनाव में धनबल और बाहुबल का बोलबाला रहता है। माना जाता है कि, जिसको राजा भैया का समर्थन मिलता है वह चुनाव जीत जाता है। लेकिन इस बार नजारा कुछ और देखने को मिल रहा है।
सूत्रों की माने तो कभी राजा भैया के खास गुर्गों में शुमार रहे कुंडा चैयरमैन गुलशन यादव के ऊपर से राजा भैया का हांथ उठ गया है। गुलशन यादव के ऊपर दर्जनों से ज्यादा मामले दर्ज़ हैं। जिसमें एक मामले को लेकर लगभग दो साल गुलशन यादव जेल में है। जिसकी वजह से चुनाव की कमान गुलशन का भाई व सपा के जिला उपाध्यक्ष छविनाथ यादव ने सम्भाल रखा है। आरोप है कि, पिछले चुनाव में भी विरोधियों को डरा धमका कर चैयरमैन बने गुलशन यादव इस बार भी उसी हथकंडे को अपना कर अपनी कुर्सी बरकरार रखना चाहता है। लेकिन जो हाथ कभी गुलशन के सर पर रहा करते थे, वो हाथ इस बार निर्दल हो चुका है। सूत्रों की माने तो जिनकी बदौलत इलाके में इनकी पहचान बनी उन्होंने अपने हाथ इनके ऊपर से हटा लिया है। फिलहाल गुलशन यादव को जेल की हवा भी खानी पड़ रही है। लेकिन कुछ लोगों का यह भी मानना है कि, राजा भैया सबके साथ हैं जीतने वाला भी और हारने वाला भी उनका है। कुंडा के रजनीति में दिलचस्पी रखने वालों की माने तो संकेत साफ है। लेकिन इस लोकल राजनीति से अपने को राजा भैया अलग कर लें ऐसा मुमकिन नहीं है।