कार्यकर्ताओं ने बताया कि लोकार्पण के दौरान सांसद सुखबीरसिंह जौनापुरिया ने विधायक अजीत मेहता समर्थित एक कार्यकर्ता को वहां से हटने के लिए कह दिया। इससे विधायक समर्थक भड़क गए तथा हंगामा करने लगे। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। दोनों तरफ से कार्यकर्ता बाहें चढ़ाकर आमने-सामने हो गए। बाद में विधायक व सांसद ने जैसे-तैसे कार्यकर्ताओं को शांत किया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि सांसद भेदभाव की नीति अपनाते हैं तथा विधायक के साथ रहने वालों से दोयम दर्जे का व्यवहार करते हैं। वहीं सांसद समर्थक विधायक पर भेदभाव बरतने का आरोप लगा रहे थे। इसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी दिलीप सिंह, पुरानी टोंक थाना प्रभारी सुरेश डाबरिया पुलिस तथा आरएएसी के जाप्ते के साथ अग्निशमन कार्यालय स्थित सभा भवन में पहुंचे। बाद में सांसद व विधायक ने हस्तक्षेप कर कार्यकर्ताओं को शांत किया।
ऐसा कुछ नहीं है कार्यकर्ता सब एक हैं। किसी प्रकार से झगड़ा नहीं हुआ है। कुछ हो गया, उसे समझाकर शांत कर दिया गया। – सुखबीरसिंह जौनापुरिया सांसद ऐसा नहीं होना चाहिए था
कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए था। सभी भाजपा कार्यकर्ता एकजुट होकर चल रहे हैं। तभी विकास हो रहा है। – अजीत मेहता विधायक टोंक