साल 2018 में राजा भैया के राजनीतिक पारी के 25 साल पूरे हो गये हैं। इस अवसर पर 30 नवंबर को भव्य कार्यक्रम का आयोजन होना है और इस बात की चर्चा जोरों पर है कि उसी दिन राजा भैया अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर सकते हैं। हाल ही में प्रतापगढ़ के प्रधान संघ जिलाध्यक्ष पिंटू सिंह ने सोशल साइट्स पर एक पोस्टर वायरल किया था, जिसमें लोगों की राय मांगी गई थी। सर्वें की तर्ज पर इस पोस्टर में राजा भैया के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल पूछे गये थे, जिसमें कई लोगों ने राजा भैया को अलग पार्टी बनाने की सलाह दी थी। राजा भैया के क्षेत्र कुंडा और आसपास के लोग भी राजा भैया के अलग पार्टी बनाने के समर्थन में है।
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया लगातार छह बार से कुंडा से विधायक हैं। सपा सरकार के दौरान राजा भैया अखिलेश यादव के साथ खड़े नजर आये थे, हालांकि 2017 में योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद उन्होंने सीएम योगी के कार्यक्रम में पहुंचकर लोगों को चौंका दिया था। राजा भैया के पार्टी बनाने की खबर के बाद तमाम राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है और सभी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी- अपनी रणनीति बनाने में जुट गये हैं।