घरेलू महिला हिंसा बाल विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन
Rally against female violence
मिर्जामुराद/ वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोद लिए गांव नागेपुर में सोमवार को हिंसा के खिलाफ में सैकड़ों लोगों ने चुप्पी तोड़ी। लोगों ने रैली निकाल कर आवाज बुलंद करते हुए हिंसा के खिलाफ लड़ने की कसमें खाईं और हिंसा-मुक्त समाज बनाने का संकल्प लिया। यह अवसर था महिला हिंसा के खिलाफ बड़ी संख्या में गांव के महिला पुरुष स्कूल के बच्चे लोक समिति आश्रम नागेपुर में एकत्रित हुए वहां से रैली निकालकर यात्री प्रतीक्षालय से मानव श्रृंखला भी बनाई।
रैली में लोगों ने चुप नही रहना है हिंसा नही सहना है बाल विवाह बंद करो महिला हिंसा बन्द करो दहेज प्रथा पर रोक लगाओ यौन हिंसा पर रोक लगाओ आदि नारे लगाकर जोरदार प्रदर्शन किया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जा रहे महिला हिंसा विरोधी पखवारे के तहत लोक समिति एशियन ब्रीज इंडिया ग्राम्या संस्थान ग्रामीण पुननिर्माण संस्थान और एक साथ अभियान की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 25 नवंबर से 16 दिसंबर तक मनाए जाने वाले पखवाड़े का संदेश हैं ‘भेदभाव मिटायेंगे नया समाज बनायेंगे।’
इस अवसर पर साधिका इंडिया संस्था की उपासना साहा ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की बात करना जरूरी है और हम सबको मिलकर इसको दूर करना है। यह एक प्रयास है सभी के साथ सामुहिक रूप से अपने प्रयासों को करने का।
हिंसा एक छोटा शब्द है, लेकिन इसका अर्थ और प्रभाव व्यापक है। महिलाओं के विरुद्ध हिंसा समाप्त करने के लिए हम सबको मिलकर आगे आना है। हमें विभिन्न कानूनों की जानकारी होनी चाहिए। लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि महिलाओं के लिए हिंसा सहने को सामाजिक परिवेश में ही ढाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले भेदभाव को समाप्त करना है।
हमें पुरुष प्रधान ढांचागत व्यवस्था को भी बदलना है। हम सबको ये निर्णय लेना है कि अब और हिंसा नहीं सहेंगे। हमें प्रश्न पूछने की आदत डालनी चाहिए। महिलाओं को जागरूक रहने और हिंसा का विरोध करने की जरूरत है। हमें अंधविधवास को तोड़ने की जरूरत है, क्योंकि वे भी हिंसा का साधन बनते हैं।
इस अवसर पर नंदलाल मास्टर अमित रणविजय सिंह सुनील मास्टर सुरेश फैजिया श्यामसुन्दर मधुबाला पंचमुखी मनजीता सीमा बिंदु केसरी अनीता पूजा मनीष नीलम अनीता पंजाब नेशनल बैंक कृषक प्रशिक्षण केंद्र आशा सामाजिक स्कूल के बच्चे किशोरी सिलाई प्रशिक्षण केंद्र नागेपुर की किशोरी लड़कियां और गांव के लोग शामिल रहे।