बता दें कि निकाय चुनाव के दौरान जिला कांग्रेस ने रामनगर पालका परिषद के चेयरमैन पद के लिए औरंगाबाद हाउस के करीबी मधुकर पांडेय को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन नामांकन के दिन दोपर दो बजे तक रेखा को इसकी जानकारी नहीं दी। अंतिम समय में जिलाध्यक्ष ने फोन कर रेखा को बताया था कि चेयरमैन पद के लिए पार्टी ने मधुकर को टिकट दिया है। इसके बाद रुआंसी रेखा शर्मा ने निर्दल उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया था। उसी वक्त रेखा ने पत्रिका से खास बातचीत में इसकी जानकारी दी थी हालांकि तब भी बातचीत के दौरान उनका गला भरा हुआ था। उसके दो दिन बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने रेखा शर्मा पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पांच साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा कर दी। इसकी जानकारी जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रविशंकर पाठक ने दी थी। उस पत्र के बाद जब पत्रिका ने दोबारा रेखा शर्मा से बात की तो वह रो पड़ीं और कहा कि कोई मुझे क्या निकालेगा, मैं पीढ़ियों से कांग्रेसी हूं पर अब यह आरोप सहन न करते हुए मैं खुद अपने 400 कार्यकर्ताओ के साथ पार्टी छोड़ रही हूं। जिला अध्यक्ष यही तक नहीं रुके उन्होंने रेखा की जगह लक्ष्मणेश्वर प्रसाद को रामनगर कांग्रेस का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था। इतना ही नहीं रेखा शर्मा के निष्कासन के बाद युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव अन्नू ने मीडिया को बयान जारी कर रेखा का समर्थन किया था। हालांकि कई अन्य नेताओं ने दबी जुबान रेखा का समर्थन किया।
ये भी पढ़ें-कांग्रेस की नई फिलासफीः रामनगर अध्यक्ष हैं OBC इसलिए कट सकता है टिकट उस घटना के बाद रामनगर में रेखा शर्मा की लहर बन गई जबकि जिला कांग्रेस कमेटी ने पूरी ताकत लगा दी थी रेखा को हराने और पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी मधुकर पांडेय को जिताने के लिए। इसके लिए खुद राजेश पति त्रिपाठी, मिर्जापुर के मड़िहान के पूर्व युवा विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने मधुकर के समर्थन में कैंपेन किया। लेकिन जब एक दिसंबर को परिणाम घोषित हुआ तो रेखा तीसरी बार रामनगर पालिका परिषद की चेयरमैन चुनी गईं और कांग्रेस प्रत्याशी मधुकर पांडेय चौथे स्थान पर थे। बता दें कि मधुकर पांडेय इससे पहले एमएलसी का चुनाव भी बुरी तरह से हारे थे।
ये भी पढ़ें-कांग्रेस में बड़ा विद्रोह, निकाय चुनाव में विपक्ष को मिल सकता है बड़ा लाभ रेखा शर्मा को गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर ने दिल्ली बुलाया था। वह मंगलवार को ही रामनगर से दिल्ली के लिए रवाना हुई थीं। इसका संकेत उन्होंने मंगलवार की रात पत्रिका से बातचीत में दिया था। यह भी कहा था कि वह बुधवार की शाम बात करेंगी। इस बीच रेखा शर्मा शाम चार बजे संसद भवन पहुंची। वहीं राजबब्बर से उनकी बातचीत हुई। फिर करीब सात बजे राजबब्बर के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें कांग्रेस में वापसी का पत्र सौंपा। रेखा फिलहाल दिल्ली में हैं। लेकिन उनकी पार्टी में वापसी का प्रदेश अध्यक्ष का पत्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दिया गया है। साथ ही उसकी प्रति जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों को भी भेज दिया गया है।
ये भी पढें-Patrika Exclusive-कांग्रेस पर भारी पड़ी कद्धावर महिला नेता की बगावत, एक साथ 400 ने छोड़ी पार्टी रेखा शर्मा की पार्टी में वापसी की खबर से कांग्रेसियों में खुशी की लहर है। जिला संगठन से असंतुष्ठ खेमे का कहना है कि अब संगठन के पदाधिकारियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जो पदाधिकारी एक बार फिर से पद पर कायम रहने का सपना संजोए थे उनके लिए रेखा शर्मा की वापसी बड़ा झटका है।